भारतवंशी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स अपने सहयोगी बैली विल्मोर के साथ जून 2024 की शुरुआत में बोइंग स्टारलाइनर स्पेसशिप से अंतरिक्ष में गयीं थीं लेकिन 82 दिनों के बाद भी वे लौट नहीं सके हैं। शुरुआत में यह मिशन आठ दिनों का ही था। अब तब उनके वापस ना लौटने की स्थिति में वे दोनों अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन यानी आईएसएस में ही अटके हुए हैं।
इस स्थिति को लेकर अमेरिका की स्पेस एजेंसी नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिसट्रेशन यानी नासा की खूब जमकर आलोचना हुई। तो अब नासा ने बोइंग स्टारलाइनर में गड़बड़ी के बाद अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाने के लिए दूसरे विकल्पों पर विचार करने की बात कही है। हालांकि नासा का कहना है कि सुनीता और विल्मोर का इस साल धरती पर लौटना संभव नहीं है।
तो फिर कब होगी वापसी
नासा के चीफ बिल नेल्सन ने बताया कि सुनीता विलियम्स और बैरी विल्मोर फरवरी तक Crew-9 के साथ सुरक्षित धरती पर लौटेंगे। बोईंग स्टारलाइनर में आई हीलियम लीक और थ्रस्टर्स में खराबी के चलते सुनीता विलियम्स की वापसी में देरी हो रही है। मिली जानकारी के अनुसार, स्पेसएक्स का क्रू-9 मिशन सितंबर के अंत में लॉन्च हो सकता है। पहले इसमें चार अंतरिक्ष यात्रियों जाने वाले थे लेकिन अब इसमें सिर्फ दो लोग जाएंगे और दो सीटें खाली रहेंगी। फरवरी में अपनी निर्धारित वापसी के दौरान सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर भी इसी स्टेशन में बैठ जाएंगे।
बता दें कि सुनीता विलियम्स और बैरी विल्मोर 5 जून को स्पेस स्टेशन में गए थे। स्पेसक्राफ्ट में खराबी आने के बाद से वो वहीं फंस गए। अब नासा ने घोषणा की है कि सुनीता विलियम्स का इस साल धरती पर लौटना संभव नहीं है। बोइंग स्टारलाइनर के बजाय उसके प्रतिद्वंद्वी स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट के जरिए पृथ्वी पर वापस लौटेंगी। जानकारी के अनुसार, वे दोनों फरवरी 2025 तक धरती पर वापस लौट आएंगे। एलन मस्क की स्पेसएक्स के जरिए दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को धरती पर वापस लाने का प्लान बनाया गया है।
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