जयपुर नगर निगम ग्रेटर की निलंबित महापौर (suspended mayor) सौम्या गुर्जर के पति राजाराम गुर्जर, संघ के क्षेत्रीय प्रचारक निंबाराम और बीवीजी कंपनी के प्रतिनधियों के बीच चर्चा के वीडियो एफएसएल ने सही माना है।
सूत्रों का कहना है कि हालांकि अभी तक एफएसएल (FSL) ने ACB को इसकी जांच रिपोर्ट नहीं भेजी है, लेकिन मौखिक तौर पर ACB अधिकारियों को बता दिया गया है कि वीडियो (viral video) सही है और इसमें किसी प्रकार की कांट-छांट नहीं है। जल्द ही जांच रिपोर्ट भी ACB को भेज दी जाएगी।
उल्लेखनीय है कि इन वीडियो और ऑडियो के वायरल होने के बाद एसीबी ने इस मामले में एफआईआर (FIR) दर्ज की थी। एफआईआर दर्ज करने के बाद ACB ने इन वीडियो और ऑडियो की सत्यता की परखने के लिए एफएसएल (FSL) को इनकी जांच सौंपी थी कि कहीं यह एडिट किए हुए तो नहीं है। इसी दौरान एसीबी ने नगर निगम ग्रेटर मुख्यालय के प्रोजेक्ट कार्यालय से डोर-टू-डोर सफाई कंपनी बीवीजी से संबंधित सभी रिकार्ड अपने कब्जे में लिया था। कहा जा रहा है कि एफएसएल से रिपोर्ट मिलने के बाद एसीबी की जांच में तेजी आएगी।
सूत्र बताते हैं कि इन वीडियो और ऑडियो की प्रमाणिकता सामने आने के बाद निलंबित महापौर सौम्या गुर्जर और उनके पति राजाराम गुर्जर की मुश्किलें बढ़ने वाली है। कहा जा रहा है कि रिपोर्ट मिलने के बाद एसीबी वीडियो में शामिल लोगों को पूछताछ के लिए सम्मन जारी कर सकता है। जैसे-जैसे एसीबी की कार्रवाई आगे बढ़ेगी भाजपा और संघ पर कांग्रेस के हमले भी बढ़ते जाएंगे, क्योंकि इस मामले में एसीबी संघ के क्षेत्रीय प्रचारक निंबाराम को भी पूछताछ के लिए तलब करेगी। कांग्रेस के यह हमले भाजपा को बहुत भारी पड़ सकते हैं।