भारत के चुनाव आयोग ने चार राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की विधानसभाओं के चुनावों की घोषणा कर दी है। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने पत्रकार वार्ता में स्पष्ट किया कि पश्चिम बंगाल में आठ व असम में तीन चरणों में, केरल, तमिलनाडु और पुद्दुचेरी में एक ही चरण में मतदान होगा।
अरोड़ा ने बताया कि पश्चिम बंगाल की 294 विधानसभा सीटों के लिए 27 मार्च, 1 अप्रेल, 6 अप्रेल, 10 अप्रेल, 17 अप्रेल, 22 अप्रेल और 29 अप्रेल को मतदान होगा। असम की 126 विधानसभा सीटों के लिए तीन चरणों में मतदान होगा। यहां पहले चरण में 27 सीटों पर 27 मार्च को, दूसरे चरण में 49 सीटों पर 1 अप्रेल को और तीसरे चरण में 40 सीटों पर 6 अप्रेल को चुनाव होगा। केरल की 140, तमिलनाडु की 234 और पुद्दुचेरी की 30 विधानसभा सीटों पर एक साथ 6 अप्रेल को मतदान होगा। सभी पांचों विधानसभाओं की 824 विधानसभा सीटों के लिए 18.5 करोड़ मतदाता मतदान करेंगे और मतगणना 2 मई को होगी।
सुनील अरोड़ा ने पत्रकार वार्ता में बताया कि मुख्य चुनाव आयुक्त के तौर पर आज, शुक्रवार 26 फरवरी को उनकी चुनाव संबंधी आखिरी पत्रकार वार्ता है और 30 अप्रेल को सेवानिवृत्त हो जाएंगे। श्री अरोड़ा ने अपनी इस अंतिम पत्रकार वार्ता में बताया कि पुद्दुचेरी में उम्मीदवारों को अधिकतम 22 लाख रुपये और शेष 4 राज्यों में 38 लाख रुपये चुनाव खर्च की अधिकतम सीमा होगी। उन्होंने बताया कि चुनाव कर्मियों का टीकाकरण किया जाएगा और मतदान का समय 1 घंटे ज्यादा रखा गया है। सभी मतदान केंद्र भूतल यानी ग्राउंड फ्लोर पर ही होंगे। इस मामले में कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
चुनाव आयुक्त ने बताया कि असम में इस बार 33 हजार से अधिक, तमिलनाडु में 88 हजार से अधिक, पश्चिम बंगाल में 1 लाख 1 हजार से अधिक, केरल में 40 हजार से अधिक और पुद्दुचेरी में 1500 से अधिक मतदान केंद्र होंगे। उल्लेखनीय है कि 24 मई 2021 को तमिलनाडु विधानसभा का, पश्चिम बंगाल विधानसभा का 30 मई, असम विधानसभा का 31 मई और केरल विधानसभा का कार्यकाल 1 जून को खत्म हो रहा है।