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अभी और गरमाएगा संदेशखाली का मुद्दा, क्या है भाजपा की तैयारी

पश्चिम बंगाल में उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में मुद्दे पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बुरी तरह से घिरी हुई हैं। लोकसभा चुनावों से पहले महिलाओं के यौन शोषण के मामले ने फ्रंटफुट पर खेलने वाली दीदी को बैकफुट पर धकेल दिया है। संदेशखाली पर बीजेपी के हमले के बीच संदेशखाली की एक महिला ने पुलिस पर बार-बार शिकायत के बावजूद मदद नहीं करने का आरोप लगाया है।
महिला ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भी सवाल खड़ा किया है। महिला ने मीडिया से बातचीत में कहा है कि 1000 रुपए नहीं इज्जत और शांति चाहिए। राज्य में जहां बीजेपी इस मुद्दे पर आक्रामत है तो वहीं दूसरी ओर अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पश्चिम बंगाल दौरे का कार्यक्रम सामने आ गया है।
पीड़ितों से मिल सकते हैं पीएम
पीएम मोदी 1 और दो मार्च के अलावा छह मार्च को पश्चिम बंगाल का दौरा करेंगे। लोकसभा चुनावों के ऐलान से पहले पीएम मोदी के दौरों से ममता बनर्जी की टेंशन बढ़नी तय है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संदेशखाली के मुद्दे को उठा सकते हैं। ऐसे में राज्य में ममता बनर्जी के लिए संदेशखाली का मुद्दा बड़ी चुनौती बन सकता है। संदेशखाली में बड़ी संख्या में महिलाओं ने तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता शाहजहां शेख और उनके समर्थकों पर जमीन हड़पने और यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। इस मुद्दे पर बीजेपी और राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने एक दूसरे के खिलाफ हमलावर रुख अपनाया हुआ है। बीजेपी के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पीएम मोदी उत्तर 24 परगना जिले के मुख्यालय बारासात की अपनी यात्रा के दौरान कुछ शिकायतकर्ताओं से मुलाकात कर सकते हैं। यह भी सामने आया है कि छह मार्च को वह उत्तर 24 परगना जिले में महिलाओं की एक रैली को संबोधित कर सकते हैं, इससे पहले पीएम एक और दो मार्च को क्रमशरू आरामबाग और कृष्णानगर में होंगे। इन दौरान प्रधानमंत्री जनसभाओं को भी संबोधित करेंगे।
पांच जनवरी से फरार है शाहजहां शेख
संदेशखाली हिंसा के मामले में पुलिस ने अभी तक शाहजहां शेख के दो सहयोगियों के साथ-साथ अन्य लोगों पर सामूहिक बलात्कार और हत्या के प्रयास के आरोपों के तहत मामला दर्ज किया गया था। तृणमूल कांग्रेस ने शुरुआत में आरोपों को तवज्जो नहीं देते हुए बीजेपी पर आरोप लगाया था कि उसने कुछ शिकायतकर्ताओं को उसके सदस्यों के खिलाफ गंभीर आरोप लगाने के लिए प्रेरित किया। मामले के तूल पकड़ने के बाद अब एक ही सवाल खड़ा हो रहा है कि पुलिस शाहजहां शेख को क्यों अरेस्ट नहीं कर पा रही है? शाहजहां शेख संदेशखाली में ईडी पर हमले के बाद से फरार है।
महिला बोली नहीं चाहिए रुपये
हिंसा प्रभावित संदेशखाली की एक महिला का कहना है कि हमने कई बार शिकायत की लेकिन कुछ नहीं हुआ, यहां की पुलिस बंगाल के लोगों के लिए नहीं है। ममता बनर्जी क्या कर रही हैं? क्या वह नहीं देख सकतीं कि यहां क्या हो रहा है? क्या वह अंधी हैं? वह अंधी हैं। 1000 रुपये लेकर बातचीत करने की कोशिश कर रहे हैं, हम ऐसा नहीं चाहते। हम केवल सम्मान और शांति चाहते हैं। हम अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेज पा रहे हैं। इस सब के बीच बीजेपी की सांसद लॉकेट चटर्जी जो संदेशखाली जाना चाहती थीं। वे नहीं जा पाईं। बीजेपी का आरोप है कि आठ दिन में दूसरी बार बीजेपी के डेलीगेशन को रोका गया है।

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