नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को नई दिल्ली स्थित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मुख्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने दिल्ली में 27 वर्षों के बाद भाजपा की वापसी को “ऐतिहासिक जीत” करार दिया और कहा, “दिल्ली अब ‘आपदा’ से मुक्त होकर राहत महसूस कर रही है।”
पीएम मोदी ने जनता को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने भाजपा की ‘गारंटी’ पर विश्वास जताया। उन्होंने कहा, “दिल्ली में डबल इंजन सरकार अब डबल विकास सुनिश्चित करेगी।”
भाजपा की प्रचंड जीत, केजरीवाल और सिसोदिया की हार
दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा ने शानदार प्रदर्शन किया और आम आदमी पार्टी (आप) के दस वर्षीय शासन को समाप्त कर सत्ता में वापसी की। यह जीत भाजपा के लिए 26 वर्षों के बाद दिल्ली की सत्ता में लौटने का संकेत देती है, जबकि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पार्टी को करारा झटका लगा है।
चुनाव आयोग के अनुसार, भाजपा ने 70 में से 49 सीटों पर जीत दर्ज की या बढ़त बनाए रखी, जो बहुमत के लिए आवश्यक 36 सीटों से कहीं अधिक है। वहीं, आप केवल 21 सीटों पर सिमट गई। कांग्रेस, जो कभी दिल्ली की राजनीति में प्रभावी थी, एक भी सीट नहीं जीत पाई।
हार स्वीकार करते हुए केजरीवाल ने कहा, “हमने अच्छा चुनाव लड़ा… हम रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएंगे और दिल्लीवासियों के लिए उपलब्ध रहेंगे।”
आप की राष्ट्रीय राजनीति पर असर
चुनाव परिणामों ने आप के भविष्य को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। 2015 से दिल्ली की सत्ता संभालने वाली यह पार्टी अब केवल पंजाब में सरकार चला रही है। इससे आप के राष्ट्रीय विस्तार की उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है।
भाजपा की यह प्रचंड जीत हरियाणा और महाराष्ट्र में हालिया चुनावी सफलता के बाद आई है। पार्टी ने 2024 के लोकसभा चुनाव में भी दिल्ली की सातों सीटों पर कब्जा बनाए रखा था।
बीजेपी नेताओं की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री मोदी ने इस जीत को “विकास और सुशासन की जीत” बताते हुए कहा, “हम दिल्ली के सर्वांगीण विकास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।”
गृह मंत्री अमित शाह ने आप सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, “दिल्ली की जनता ने झूठ, धोखे और भ्रष्टाचार के शीशमहल को ध्वस्त कर दिया है और शहर को ‘आपदा’ मुक्त बना दिया है।” भाजपा ने चुनाव प्रचार के दौरान ‘AAP-दा’ (आपदा) शब्द का प्रयोग कर आप पार्टी को घेरने की रणनीति अपनाई थी।
भाजपा की दिल्ली इकाई के प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने पार्टी की जीत को वास्तविक मुद्दों से जोड़ा। उन्होंने कहा, “हमने टूटी सड़कें, शराब नीति विवाद, गंदे पानी और भ्रष्टाचार जैसे असली मुद्दों पर चुनाव लड़ा। दिल्ली की जनता ने इन्हीं समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए पीएम मोदी के नेतृत्व को चुना।”
दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री कौन?
भाजपा की जीत के बाद यह सवाल उठ रहा है कि दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा?
केजरीवाल को हराने वाले परवेश साहिब सिंह वर्मा ने कहा, “मुख्यमंत्री का फैसला केंद्रीय नेतृत्व करेगा।”
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने भी कहा, “अगला मुख्यमंत्री भाजपा से होगा, लेकिन फैसला पार्टी नेतृत्व करेगा।”
वोट शेयर का विश्लेषण
पार्टी सीटें वोट प्रतिशत
भाजपा 49 45.7%
आप 21 43.7%
कांग्रेस 0 6.3%
भाजपा ने दिल्ली में जबरदस्त वापसी करते हुए आप को सत्ता से बाहर कर दिया। अब सबकी नजरें इस पर टिकी हैं कि भाजपा किसे दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री बनाएगी और नई सरकार दिल्लीवासियों से किए गए वादों को कैसे पूरा करेगी।