सिपेट, सीतापुरा से सिरोही, बांसवाड़ा, हनुमानगढ़ एवं दौसा मेडिकल कॉलेजों का शिलान्यास
नए मेडिकल कॉलेजों के निर्माण से नागरिकों को मिलेगी बेहतर चिकित्सकीय सुविधा
जयपुर। राजस्थान में चार मेडिकल कॉलेज के शिलान्यास समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) की जमकर तारीफ की। मोदी ने कहा, मैं राजस्थान के मुख्यमंत्री जी को सुन रहा था, एक लंबी सूची कामों की बता दी। मैं राजस्थान के मुख्यमंत्री का धन्यवाद करता हूं कि उनका मुझ पर इतना भरोसा है, लोकतंत्र की यही बड़ी ताकत है। प्रधानमंत्री की ओर से कहे गए तारीफी लफ्जों को सुनकर मुख्यमंत्री गहलोत मुस्कुरा पड़े। समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, केन्द्रीय मंत्री, कई सांसद और विधायक जुड़े हुए थे।
पीएम मोदी ने कहा कि, ‘मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की विचारधारा और उनकी राजनीतिक पार्टी अलग होने के बावजूद मुख्यमंत्री गहलोत ने अपने संबोधन के दौरान कामों की एक लंबी सूची गिनाई जो यह दिखाता है कि मुख्यमंत्री का उनके प्रति कितना भरोसा है। पीएम मोदी ने इस भरोसे को आधार बताते हुए कहा कि यह भरोसा ही देश में लोकतंत्र की बहुत बड़ी ताकत है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में 4 नए मेडिकल कॉलेजों के शिलान्यास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताते हुए कहा कि राजस्थान में मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर को सुधारने पर तेजी से काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश के इस सबसे बड़े राज्य के स्वास्थ्य ढांचे में लगातार सुधार का ही परिणाम है कि कोविड की खतरनाक दूसरी लहर में देश में सबसे बेहतर रिकवरी दर यहीं पर रही।
गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में स्वास्थ्य के क्षेत्र में आधारभूत ढांचा मजबूत करने पर फोकस कर रही है। राज्य के 33 में से 30 जिलों में मेडिकल कॉलेज या तो संचालित हैं या फिर निर्माण की प्रक्रिया में हैं और वर्ष 2023 तक ये संचालन अवस्था में होंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री से बाकी बचे जालौर, राजसमंद और प्रतापगढ़ जिलों में भी राजकीय मेडिकल कॉलेज की शीघ्र मंजूरी देने का आग्रह किया, क्योंकि यह तीनों ही पिछड़े जिले हैं और मेडिकल कॉलेज बनने से यहां पर बेहतर चिकित्सकीय सुविधाओं का लाभ आम जन को मिल सकेगा।
प्रधानमंत्री के सामने यह रखी मांगे
गहलोत ने बाड़मेर की रिफाइनरी के साथ पैट्रो-कैमिकल्स इन्वेन्सटमेन्ट रीजऩ का उल्लेख किया और कहा कि पीएम के सानिध्य में वे यह भी कहना चाहेंगे कि राजस्थान सरकार ने इसके लिए पैट्रो-कैमिकल इनवेस्टमेन्ट रीजऩ के लिए आवेदन कर रखा है, जिसकी जल्दी मंजूरी मिलनी चाहिए। इससे लोगों को रोजगार मिलेगा और प्लास्टिक आधारित इंडस्ट्री आने के साथ ही क्षेत्र का विकास भी होगा। मुख्यमंत्री ने इस मामले मे केंद्र सरकार के पूरे सहयोग की उम्मीद जताई।
बोरानाड़ा में मेडिकल डिवाइस पार्क की उठाई मांग
गहलोत ने अपनी मांगे रखते हुए कहा कि, राजस्थान ने जोधपुर के बोरानाड़ा में मेडिकल डिवाइस पार्क की मांग कर रखी है। इसके साथ ही कोटा में बल्क फार्मा इन्टैक्ट पार्क के लिए भी प्रदेश को अलॉटमेन्ट किया जाएगा तो और बेहतर होगा। गहलोत ने राजस्थान ड्रग्स एण्ड फार्मास्यूटिकल्स के रिवाइवल की मांग भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष रखी।
सीएम ने कहा कि, हमारे यहां आरडीपीएल एक कंपनी है जो भारत सरकार और राज्य सरकार के ज्वाइंट वेंचर में चल रही थी। यह कंपनी कई सालों से बंद पड़ी है, जिसके लिए सरकार ने केंद्रीय मंत्री से भी आग्रह किया है। भारत सरकार की इस कंपनी पर जो देनदारियां हैं, उन्हें पूरा कर दिया जाए तो वह कंपनी फिर से शुरू हो सकती है।
किया राजस्थान की विशेष भौगोलिक परिस्थितियों का जिक्र
गहलोत ने आईआईटी, आईआईएम, एम्स, एनएलयू, एमएनआईटी, एसएमएस जैसी संस्थाओं का जिक्र भी किया और कहा कि, राजस्थान की भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार प्रदेश पर विशेष ध्यान देंगे। छत्तीसगढ़ के गठन के बाद राजस्थान देश का सबसे बड़ा राज्य बन गया है, लेकिन पानी हमारे यहां उस अनुपात में नहीं है। ऐसे में हमारी मांगों पर आप विशेष ध्यान देंगे।
प्रभावी है चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार के पिछले कार्यकाल में राज्य में निशुल्क दवा योजना एवं निशुल्क जांच योजना शुरू की गई थी। इस उद्देश्य को विस्तार देते हुए अब राज्य के सभी नागरिकों को 5 लाख रुपए तक का स्वास्थ्य बीमा देने वाली मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना शुरू की गई है। राज्य सरकार का प्रयास नागरिकों की सामाजिक सुरक्षा का दायरा बढ़ाकर आम आदमी को स्वास्थ्य का अधिकार प्रदान करना है।