देश की ख्याति प्राप्त महिला पहलवान साक्षी मलिक ने गुरुवार (21 दिसंबर) को कुश्ती से रिटायरमेंट का ऐलान किया। रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया यानी WFI का चुनाव गुरुवार, 21 दिसंबर को ही संपन्न हुआ। बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह के बेहद करीबी माने जाने वाले संजय सिंह कुश्ती महासंघ (WFI) के नए अध्यक्ष चुने गए हैं। उनकी जीत के ठीक बाद साक्षी ने अपने संन्यास की घोषणा की। उनके साथ एक और महिला रेसलर विनेश फोगाट ने भी कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान किया है।
मीडिया एजेंसियों की रिपोर्ट के अनुसार बृज भूषण खेमे ने 15 में से 13 पद जीते, जिनमें उपाध्यक्ष के पद भी शामिल हैं, जिसमें दिल्ली के जय प्रकाश (37), पश्चिम बंगाल के असित कुमार साहा (42), पंजाब के करतार सिंह (44) और मणिपुर के एन फोनी (38) ने चुनाव जीता। परिणाम आने के ठीक बाद महिला पहलवान साक्षी मलिक ने बड़ा ऐलान किया। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में साक्षी ने कहा, ‘मैं कुश्ती से संन्यास ले रही हूं। रेसलिंग फेडरेशन के चुनाव में बृजभूषण जैसा ही जीत गया है।’
बजरंग पूनिया- अब न्यायपालिका का ही भरोसा
वहीं, मीडिया से बात करते हुए पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा, ‘खेल मंत्री ने ऑन रिकॉर्ड कहा था कि, बृजभूषण शरण सिंह से संबंधित फेडरेशन में कोई नहीं आएगा। लेकिन, मुझे नहीं लगता कि बेटियों को न्याय मिलेगा। आज के चुनाव परिणाम में बृजभूषण के आदमी की जीत हुई। बजरंग ने न्यायपालिका पर भरोसा जताते हुए न्याय की आस लगाई। साथ ही कहा कि, ऐसा लगता है कि पीढ़ियां न्याय के लिए लड़ती रहेंगी। सरकार ने जो वादा किया था, उसे पूरा करने में विफल रही।’
अज्रांग पुण्य ने आगे कहा कि बजरंग पुनिया (Bajrang Punia) ने कहा, ‘हमारी लड़ाई न पहले सरकार से थी, न आज है। पूरे देश ने उसकी (बृजभूषण सिंह) पावर और पीछे काम कर रहे तंत्र को देखा। 20 लड़कियां आयी थीं। उनमे से भी तोडा गया । यह लड़ाई सभी को लड़नी होगी। हमें नहीं लगता है कि, हम रेसलिंग कभी कर पाएंगे। हमारे लिए जातिवाद नहीं है, लेकिन वो बता रहे हैं कि हम जातिवाद करते हैं। बजरंग पुनिया ने कहा, हम राजनीति करने नहीं, बल्कि बहन बेटियों की लड़ाई लड़ने आए हैं।’
विनेश बोली अन्याय का सामना करने को तैयार रहें
साक्षी मलिक के कुश्ती से संन्यास के ऐलान के वक़्त उनकी साथी पहलवान विनेश फोगाट भावुक नजर आईं। विनेश ने कहा, ‘यह वास्तव में दुखद है। हमने लड़ने की कोशिश की। मगर, जीत हासिल नहीं कर सकी। उन्होंने कहा, मुझे नहीं पता कि न्याय कैसे मिलेगा? हमने न्याय के लिए आवाज उठाने वाले हर शख्स तक पहुंचने की कोशिश की। मैं युवा एथलीटों से कहना चाहती हूं कि, अन्याय का सामना करने के लिए तैयार रहें। कुश्ती का भविष्य अंधकार में है।’
रेसलर विनेश फोगाट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘हमने हर तरीके से कोशिश की। तब दिल्ली की सड़कों पर भी बैठे। हमने स्पष्ट तौर पर नाम लेकर बताया था कि लड़कियों को बचा लीजिए। हमसे 3-4 महीने इंतजार करने को कहा गया। मगर, कुछ नहीं हुआ। आज संजय सिंह को अध्यक्ष बनाया गया है। उसे प्रेसिडेंट बनाने का मतलब खिलाडी लडकियों को फिर से शिकार होना पडेगा। ये जो हम लडाई लड रहे थे, उसमें कामयाब नहीं हो पाए। हमें नहीं पता कि, देश में न्याय कैसे मिलेगा?’
बता दें कि आरएसएस से जुड़े संजय वाराणसी के रहने वाले हैं और बृजभूषण के बहुत करीबी सहयोगी हैं। माना जा रहा है कि निवर्तमान प्रमुख की खेल में जबरदस्त रुचि को देखते हुए, यह उम्मीद है कि संजय नीतिगत निर्णयों में उनसे सलाह लेंगे।
गौरतलब है कि पहलवानों ने हाल ही में बृज भूषण पर जूनियर पहलवानों सहित महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है और समाज के विभिन्न वर्गों से भारी समर्थन जुटाने में कामयाब रहे हैं। लेकिन, 28 मई को नए संसद भवन की ओर विरोध मार्च को दिल्ली पुलिस ने रोक दिया। पहलवानों ने आधिकारिक तौर पर 7 जून को अपना विरोध बंद कर दिया था जब खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने उन्हें आश्वासन दिया था कि बृज भूषण के परिवार के किसी भी सदस्य या करीबी सहयोगी को डब्ल्यूएफआई चुनाव मैदान में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।