कूटनीति

भारत ने कनाडाई रिपोर्ट को खारिज किया, आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप का आरोप लगाया

नयी दिल्ली। भारत ने कनाडा की उस रिपोर्ट को कड़ी शब्दावली में खारिज कर दिया है जिसमें भारत सरकार पर कनाडा के चुनावों में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया गया था।
विदेश मंत्रालय (MEA) ने कहा कि वास्तव में कनाडा ही लगातार भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप कर रहा है।
विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया,”हमने कथित हस्तक्षेप से जुड़ी रिपोर्ट देखी है। वास्तव में, कनाडा ही लगातार भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप कर रहा है। इसने अवैध प्रवासन और संगठित आपराधिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए एक वातावरण तैयार किया है। हम इस रिपोर्ट के भारत पर लगाए गए आरोपों को पूरी तरह अस्वीकार करते हैं और आशा करते हैं कि अवैध प्रवासन को समर्थन देने वाली इस व्यवस्था को और बढ़ावा नहीं दिया जाएगा।”
कनाडा की रिपोर्ट में भारत पर आरोप
कनाडाई आयोग द्वारा जारी 123 पन्नों की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन के बाद भारत कनाडा की चुनावी प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने वाला दूसरा सबसे सक्रिय देश है।
रिपोर्ट में कहा गया, “भारत कनाडा में चुनावी विदेशी हस्तक्षेप में सक्रिय रूप से शामिल दूसरा सबसे प्रभावी देश है। चीन की तरह, भारत भी वैश्विक मंच पर एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी है। कनाडा और भारत दशकों से सहयोग कर रहे हैं, लेकिन दोनों देशों के बीच कई मुद्दे हैं, जिनके चलते भारत चुनावी हस्तक्षेप जैसी गतिविधियों में शामिल है।”
रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया कि अक्टूबर 2024 में कनाडा ने छह भारतीय राजनयिकों को निष्कासित कर दिया था, जिन पर भारत सरकार द्वारा हिंसा फैलाने के अभियान का हिस्सा होने का आरोप था।
“अक्टूबर 2024 में, कनाडा ने छह भारतीय राजनयिकों और वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों को निष्कासित कर दिया था। यह कदम उन एजेंटों के खिलाफ उठाया गया, जो भारत सरकार से जुड़े एक लक्षित अभियान में शामिल थे, जिसका उद्देश्य कनाडाई नागरिकों पर प्रभाव डालना था,” रिपोर्ट में कहा गया।
भारत ने इस कार्रवाई के तुरंत बाद छह कनाडाई राजनयिकों को निष्कासित कर दिया और कनाडा के चार्ज डी’अफेयर्स स्टीवर्ट व्हीलर को तलब कर बताया कि “भारतीय उच्चायुक्त और अन्य राजनयिकों को निशाना बनाना पूरी तरह से अनुचित और अस्वीकार्य है।”
हरदीप सिंह निज्जर की हत्या पर रिपोर्ट में असंगति
रिपोर्ट में दावा किया गया कि भारत ने हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर गलत सूचना अभियान चलाया, लेकिन रिपोर्ट ने खुद ही यह स्वीकार किया कि कनाडा को इस हत्या में किसी विदेशी देश की संलिप्तता का कोई प्रमाण नहीं मिला।
रिपोर्ट में कहा गया कि “गलत सूचना का उपयोग बदले की रणनीति के रूप में किया जाता है, जिससे उन फैसलों को दंडित किया जाता है जो किसी राज्य के हितों के विरुद्ध जाते हैं। ऐसा ही एक मामला प्रधानमंत्री द्वारा हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत की संलिप्तता की घोषणा के बाद देखा गया, हालांकि कनाडा को इस हत्या में किसी विदेशी देश की भूमिका का कोई स्पष्ट प्रमाण नहीं मिला,”
भारत ने 20 नवंबर को कनाडाई मीडिया द्वारा निज्जर की हत्या को लेकर फैलाई गई रिपोर्टों को पूरी तरह से खारिज कर दिया और कहा कि उन्हें “उपेक्षा और अवमानना के साथ खारिज कर देना चाहिए।”
विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा कि “इस तरह के झूठे अभियान पहले से ही तनावपूर्ण द्विपक्षीय संबंधों को और नुकसान पहुंचाते हैं।”
गौरतलब है कि खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की 18 जून 2023 को ब्रिटिश कोलंबिया के सरे शहर में एक गुरुद्वारे के बाहर हत्या कर दी गई थी।
भारत-कनाडा संबंधों में बढ़ता तनाव
भारत और कनाडा के संबंध पिछले कुछ वर्षों में लगातार तनावपूर्ण रहे हैं।
तारीख घटना परिणाम
जून 18, 2023 हरदीप सिंह निज्जर की हत्या कनाडा ने भारत पर संदेह जताया
अक्टूबर 14, 2024 कनाडा ने 6 भारतीय राजनयिक निष्कासित किए भारत ने 6 कनाडाई राजनयिक निष्कासित किए
नवंबर 20, 2024 भारत ने निज्जर की हत्या पर कनाडा के आरोपों को खारिज किया संबंध और अधिक तनावपूर्ण हुए
भारत का कहना है कि कनाडा में खालिस्तानी अलगाववादी गतिविधियों को खुला समर्थन मिलता रहा है और यह भारत के आंतरिक मामलों में सीधा हस्तक्षेप है। वहीं, कनाडा का आरोप है कि भारत उसकी चुनावी प्रक्रिया में गुप्त रूप से दखल दे रहा है।
भारत ने स्पष्ट रूप से कहा है कि वह कनाडा के इन निराधार आरोपों को स्वीकार नहीं करेगा और दोनों देशों के बीच संबंधों को खराब करने वाले ऐसे अभियानों को अस्वीकार करता रहेगा।

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