जयपुर। विकट परिस्थितियों और शारीरिक अक्षमता के बावजूद यदि बुलंद हौसलों और दृढ़ इच्छा शक्ति के साथ किसी काम को करने की ठान ले तो कोई काम मुश्किल नहीं है। इसी हौंसले के साथ गुलाबी नगरी के पैरा एथलीट रोहित जैन ने अपनी प्रतिभा को साबित करते हुए राज्य स्तर पर कई पदक जीते। उनकी उपलब्धियों को देखते हुए रोहित गत 5 सितंबर को स्वर्ण भारत राष्ट्रीय खेल रत्न पुरस्कार से नवाजा गया।
कोरोना वायरस महामारी के कारण पुरस्कार वितरण कार्यक्रम ऑनलाइन आयोजित किया गया। दिव्यांग कल्याण बोर्ड द्बारा आयोजित इस सम्मान समारोह में 101 दिव्यांग खेल प्रतिभाओं को भी सम्मानित किया गया। जोधपुर में मार्च 2020 को आयोजित चतुर्थ राज्य स्तरीय पैरा स्पोट्र्स प्रतियोगिता में रोहित जैन ने डिस्कस थ्रो और क्लब थ्रो में दो स्वर्ण पदक जीते। इससे पूर्व रोहित ने अपनी खेल प्रतिभा का परिचय देते हुए जयपुर में आयोजित राज्य पैरा प्रतियोगिता में डिस्कस थ्रो में स्वर्ण पदक जीता।
सेरीब्रल पालसी से ग्रसित रोहित ने विपरीत परिस्थतियों के बावजूद खेल की विधा में अपना नाम कमाया। रोहित ने सम्मान मिलने के बाद कहा कि वे इस सम्मान को पाने के बाद गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं और इसके लिए वे स्वर्ण भारत परिवार का आभार व्यक्त करते है। रोहित जैन का अगला लक्ष्य राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतकर राज्य का नाम रोशन करना है। सम्मान समारोह का आयोजन स्वर्ण भारत परिवार के अध्यक्ष पीयूष पंडित, महिला अध्यक्ष अंजू पंडित ने किया। इस मौके पर रोशनी लाल, कंचन शर्मा और शताब्दी अवस्थी भी उपस्थित थी।