जयपुर

विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित, विधानसभाध्यक्ष डा. सीपी जोशी ने बजट सत्र का लेखा—जोखा पेश किया

जयपुर। पन्द्रहवीं राजस्थान विधान सभा का सप्तम सत्र सोमवार शाम को अनिश्चित काल के लिए स्थगित किया गया। विधान सभा अध्यक्ष डा. सी पी जोशी ने विधान सभा के सप्तम सत्र में सदन में लिए गये महत्वपूर्ण कार्यों का विवरण सदन में प्रस्तुत किया।

डॉ. जोशी ने कहा कि पन्द्रहवीं राजस्थान विधान सभा का सप्तम् सत्र, जो 9 फरवरी, 2022 से प्रारम्भ हुआ था, आज 28 मार्च को अनिश्चितकाल के लिये स्थगित हो रहा है। इस सत्र में कुल 25 बैठकें हुई। सदस्यों को यह बताते हुए प्रसन्नता हो रही है कि इस सत्र की कार्यवाही समाप्त होने तक लगभग 171 घण्टे 19 मिनट विधान सभा की कार्यवाही चली।

उन्होंने कहा कि इस सत्र में सदस्यों से कुल 8336 प्रश्न प्राप्त हुए, जिनमें से तारांकित प्रश्न 3785 एवं अतारांकित प्रश्न 4547 हैं। कुल 460 तारांकित प्रश्न सूचीबद्ध हुए, जिनमें से 333 प्रश्न मौखिक रूप से पूछे गये एवं उनके उत्तर दिये गये। इसी तरह 498 अतारांकित प्रश्न सूचीबद्ध हुए। उन्होंने बताया कि इस सत्र में 7 बार सूचीबद्ध समस्त तारांकित प्रश्नों को सदन में पुकारा गया।

विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि सदस्यों से प्रक्रिया के नियम-50 के अंतर्गत कुल 351 स्थगन प्रस्तावों की सूचना प्राप्त हुई। इनमें से 55 स्थगन प्रस्तावों पर सदन में बोलने का अवसर दिया गया तथा 54 सदस्यों ने अपने विचार रखे। सदस्यों से प्रक्रिया के नियम-295 के अंतर्गत 288 विशेष उल्लेख के प्रस्ताव प्राप्त हुए। इनमें से 229 विशेष उल्लेख की सूचनाएं सदन में पढ़ी गईं/पढ़ी हुई मानी गईं तथा 27 सूचनाओं के संबंध में राज्य सरकार से जानकारी प्राप्त हुई है। विशेष उल्लेख की 59 सूचनाएं सदस्यों के सदन में अनुपस्थित होने के कारण लेप्स हुई।


प्रक्रिया के नियम-131 के अंतर्गत 1076 प्रस्तावों की सूचनाएं प्राप्त हुई। जिनमें से 15 ध्यानाकर्षण प्रस्ताव अग्राह्य किये गए। राज्य सरकार को तथ्यात्मक जानकारी के लिये 1061 प्रस्ताव प्रेषित किये गये। सदन में संबंधित मंत्री का ध्यान आकर्षित करने हेतु कुल 33 प्रस्ताव कार्य-सूची में सूचीबद्ध किये गये। सत्र के अंतिम दिवस को सर्वाधिक 7 ध्यानाकर्षण प्रस्ताव सूचीबद्ध किये गये। लोक महत्व के 3 विषयों पर संबंधित मंत्रियों द्वारा वक्तव्य दिये गये।

प्रक्रिया के नियम-119 के अंतर्गत 3 प्रस्तावों की सूचनाएं प्राप्त हुई। राज्य सरकार को तथ्यात्मक जानकारी के लिये 3 प्रस्ताव प्रेषित किये गये। प्रक्रिया के नियम-127 के अंतर्गत 8 प्रस्तावों की सूचनाएं प्राप्त हुई। 2 प्रस्ताव अग्राह्य किये गये। राज्य सरकार को तथ्यात्मक जानकारी के लिये 6 प्रस्ताव प्रेषित किये गये। राज्यपाल की ओर से 9 फरवरी को सदन में अभिभाषण दिया गया, जिस पर सदन में 4 दिन चर्चा हुई, जिसमें 21 सदस्यों ने भाग लिया। 15 फरवरी को अभिभाषण पर हुए वाद-विवाद का मुख्यमंत्री द्वारा राज्य सरकार की ओर से उत्तर दिया गया।

आय-व्ययक अनुमान वर्ष 2022-23, 23 फरवरी, 2022 को सदन में उपस्थापित किया गया, जिस पर 4 दिन सामान्य वाद-विवाद हुआ, जिसमें 95 सदस्यों ने भाग लिया। दिनांक 03 मार्च, 2022 को मुख्यमंत्री ने आय-व्ययक पर हुए वाद-विवाद का राज्य सरकार की ओर से उत्तर दिया। विभागों से संबंधित 12 अनुदानों की मांगों पर सदन में चर्चा हेतु 8 दिवस नियत किये गये। अनुदान की मांगों पर 2960 कटौती प्रस्तावों की सूचना प्राप्त हुई, जिसमें से 2644 कटौती प्रस्ताव सदन में प्रस्तुत किये गये एवं 316 कटौती प्रस्ताव अग्राह्य किये गये। अनुदानों की मांगों पर हुई चर्चा में कुल 271 सदस्यों ने भाग लिया।

वर्तमान सत्र में कुल 15 विधेयक पुररूस्थापित कर 14 विधेयक सदन द्वारा पारित किये गये तथा 1 विधेयक राज्य सरकार द्वारा वापस लिया गया। विधेयकों पर सदस्यों से कुल 279 संशोधन प्रस्ताव प्राप्त हुए, जिनमें से 17 संशोधन प्रस्ताव सचिवालय स्तर पर अग्राह्य एवं 262 संशोधन स्वीकार किये गये।

वर्तमान सत्र में कुल 17 गैर-सरकारी संकल्प प्राप्त हुए, जिनमें से 16 ग्राह्य किये गये, शलाका द्वारा 5 गैर-सरकारी संकल्प सूचीबद्ध किये गये तथा 1 अग्राह्य किया गया। सूचीबद्ध संकल्पों पर कुल 15 संशोधनों की सूचना प्राप्त हुई, उसमें से 11 ग्राह्य किये गये तथा 04 अग्राह्य किए गए। समस्त सूचीबद्ध 5 गैर-सरकारी संकल्प सदन में प्रस्तुत किये गये। उक्त संकल्प में से सदस्य अशोक लाहोटी, राजेन्द्र राठौड़ एवं बिहारीलाल द्वारा प्रस्तुत गैर-सरकारी संकल्प पर 25 मार्च को सदन में चर्चा हुई, जिसमें 12 सदस्यों ने भाग लिया। इन संकल्पों पर चर्चा अपूर्ण रही।

सत्र में विभिन्न समितियों के कुल 42 प्रतिवेदन सदन में उपस्थापित किये गये। सत्र में इन्दिरा गांधी नहर विभाग के वार्षिक प्रगति प्रतिवेदन पर विचार किया गया, जिस पर 16 सदस्यों ने भाग लिया। सर्वश्रेष्ठ विधायक के चयन हेतु गठित समिति द्वारा वर्तमान सत्र में वर्ष 2021 के लिए सर्वश्रेष्ठ विधायक के रूप में बाबुलाल (झाडोल) एवं मंजु देवी सदस्य का सर्वसम्मति से चयन किया गया।

अन्त में विधानसभा अध्यक्ष ने सभी राजनैतिक दलों के नेतागण व समस्त सदस्यों को उनके द्वारा सदन के कार्य-संचालन में दिये गये सहयोग के लिये उनका आभार किया। उन्होंने सभापति तालिका के सदस्यों को उनके द्वारा दिये गये सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। इसके साथ ही सदन के नेता मुख्यमंत्री, नेता प्रतिपक्ष एवं उप नेता प्रतिपक्ष, सरकारी मुख्य सचेतक व सरकारी उप मुख्य सचेतक, सचेतक भारतीय जनता पार्टी का उनके द्वारा सदन के कार्य संचालन में दिये गये सहयोग के लिये अत्यन्त आभार व्यक्त किया।

Related posts

अपराध मुक्त राजस्थान के निर्माण के लिए नये कानून साबित होंगे मील का पत्थरः सीएम भजनलाल शर्मा

Clearnews

राज्यपाल की संस्कृत दिवस पर शुभकामनाएं

admin

आवासन मंडल बनाएगा विधायकों के लिए फ्लैट्स

admin