कहा गहलोत से राजस्थान नहीं संभल रहा है, तो बता दें, जनता भाजपा को लाने के लिए तैयार है
जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री भाजपा की जिस धार्मिक ध्रुविकरण की नीति के खिलाफ लगातार बोल रहे हैं, लेकिन भाजपा अगले वर्ष होने वाले राजस्थान विधानसभा चुनावों में धार्मिक धु्रविकरण के जरिए ही ताल ठोकेगी। भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शनिवार को जोधपुर में ओबीसी मोर्चा के सम्मेलन में गहलोत सरकार की तुष्टीकरण की नीतियों को प्रमुखता से उठाकर साफ कर दिया है कि यह मुद्दा पीछे नहीं रहने वाला है।
शाह ने कांग्रेस पर वोट बैंक की राजनीति कर करने और तुष्टिकरण का आरोप जड़ा। उन्होंने कहा कि करौली, छबड़ा, भीलवाड़ा, चित्तौड, नोहर, मालपुरा, जोधपुर में सुनियोजित दंगे और उदयपुर में कन्हैयालाल कांड को कांग्रेस की गलत नीतियों के कारण हुआ है। रामनवमी की शोभा यात्राओं पर प्रतिबंध लगाने, आरएसएस के पथ संचलन पर अंकुश लगाने जैसे मुद्दे उठाए।
राजस्थान में साधु-संतों की सुरक्षा में सरकार को फेल बताकर उन्होंने चुनावों में धार्मिक ध्रुविकरण को मुद्दा बनाने का काम किया। उन्होंने कहा कि राजस्थान में हिंदू त्योहारों पर प्रतिबंध जनता सहन नहीं करेगी। राजस्थान के कई शहरों में सुनियोजित दंगे गहलोत ने करवाए हैं।
शाह ने कहा कि देश मे कांग्रेस की सिर्फ 2 प्रदेशों में सरकार है। अगले साल दोनों प्रदेश को कांग्रेस मुक्त करना है। उगहलोत से राजस्थान नहीं संभल रहा है, तो बता दें, जनता भाजपा को लाने के लिए तैयार है। शाह ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि विदेशी टी-शर्ट पहन कर भारत जोड़ो यात्रा पर निकले हैं। संसद में बोलते हैं यह राष्ट्र नहीं है, न जाने कौनसी किताब पढ़ी है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के कहने पर भाजपा शासित राज्यों ने अपने यहां वैट घटाया, लेकिन गहलोत सरकार ने वैट कम नहीं किया। इसकी वजह से राजस्थान में अन्य राज्यों से ज्यादा कीमतों पर पेट्रोल-डीजल मिल रहा है। सबसे महंगी बिजली राजस्थान में मिलती है। भाजपा सरकार आएगी तो बिजली के दाम कम करेगी। जब राजे सरकार ने राजस्थान में अपना कार्यकाल पूरा किया तो 5.04 प्रतिशत महंगाई दर थी, जो गहलोत सरकार में 25 प्रतिशत से ज्यादा हो गई।
शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 मेडिकल कॉलेज दिए हैं। 2024 में फिर से एक बार सभी लोकसभा सीटें मोदी की झोली में डालना है। सभी लोकसभा सीट जीतने के लिए 2023 में विधानसभा चुनाव जीतना पड़ेगा, नहीं तो सभी सीट नहीं जीत पाएंगे।
बूथ सम्मेलन में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के मंच पर पहुंचते ही कार्यकर्ताओं ने जमकर तालियां बजाई। राजे ने जसवंत सिंह जसोल समेत भाजपा के पुराने नेताओं को याद करते हुए कहा- प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सबको साथ लेकर चलने का काम किया। बूथ कार्यकर्ताओं के लिए राजे बोलीं कि इनकी मेहनत के कारण ही हम राजस्थान में 200 विधानसभा सीटों में से 163 सीट जीतकर आए थे।