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संभल के हनुमान मंदिर के बाद, वाराणसी के मदनपुरा में मिला 250 साल पुराना शिव मंदिर

वाराणसी। उत्तर प्रदेश के संभल में हनुमान मंदिर मिलने के कुछ ही दिनों बाद, वाराणसी के मदनपुरा क्षेत्र में एक प्राचीन शिव मंदिर की खोज हुई है। यह मंदिर 16 दिसंबर को एक अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान मिला।
मंदिर का इतिहास और वर्तमान स्थिति
यह प्राचीन शिव मंदिर करीब 250 साल पुराना है और लगभग 40 वर्षों से बंद था। यह मंदिर मुस्लिम बहुल इलाके में स्थित है और वर्तमान में खंडहर की स्थिति में है, जहां मलबा भरा हुआ है।
मंदिर लगभग 40 फीट ऊंचा है और उसी स्थान पर स्थित है जहां एक मुस्लिम परिवार रहता था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, परिवार ने मंदिर को खोलने पर सहमति जताई है।
सामाजिक प्रतिक्रिया और प्रशासनिक कार्रवाई
मंदिर मिलने के बाद सोशल मीडिया पर संदेश वायरल हुआ:
“ध्यान दें, काशी की गलियों में शिव मंदिर बंद है।”
इस पर संज्ञान लेते हुए सनातन रक्षा दल के प्रदेश अध्यक्ष अजय शर्मा और उनकी टीम ने स्थल का दौरा किया।
अजय शर्मा ने बताया कि यह मंदिर “सिद्धेश्वर महादेव मंदिर” के नाम से जाना जाता है और इसके पास एक प्रसिद्ध पवित्र स्थान सिद्धतीर्थ भी है। उन्होंने पुलिस को इसकी जानकारी दी, जिन्होंने बाद में निवासियों से पूछताछ की।
उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने मंदिर में शीघ्र पूजा-अर्चना शुरू करने की बात कही। उन्होंने कहा:
“जहां भी दमन हुआ है, जहां भी मंदिर मिलते हैं, वहां पूजा की जाएगी।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मंदिर का ताला खोलने की मांग करते हुए एक पत्र भी भेजा गया है।
विपक्ष की प्रतिक्रिया
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव ने इस मामले पर कहा कि कुछ समूह देश की सांप्रदायिक सद्भावना को भंग करने की कोशिश कर रहे हैं।
संभल का हनुमान मंदिर
इससे पहले, संभल के सरायतरिन इलाके में स्थानीय प्रशासन द्वारा अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान एक हनुमान मंदिर मिला था। पुलिस ने मंदिर का ताला खोलकर पूजा शुरू करवाई थी। उस मंदिर में हनुमान जी और राधा-कृष्ण की मूर्तियां पाई गईं।

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