जयपुर

सीएम ने करौली घटना की उच्च स्तरीय समीक्षा की, भाजपा ने जांच के लिए गठित की कमेटी

जयपुर। करौली में शनिवार को हुई साम्प्रदायिक वारदात के बाद जहां एक ओर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उच्च स्तरीय समीक्षा की, वहीं दूसरी ओर भाजपा ने भी इस पूरे मामले की जांच के लिए एक कमेटी गठित कर दी है। कहा जा रहा है कि अब यह मामला राजनीतिक मुद्दा बन गया है और आरोप—प्रत्यारोपों का दौर शुरू हो गया है।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रदेश में कहीं भी साम्प्रदायिक सौहार्द को नुकसान पहुंचाने वाली घटना होने पर पुलिस उसमें शामिल तत्वों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। अपराधी चाहे किसी धर्म, जाति या वर्ग का हो, अपराध में उसकी संलिप्तता पाये जाने पर उसे बख्शा नहीं जाए।

गहलोत रविवार को मुख्यमंत्री निवास पर करौली में हुई घटना के बाद के हालात की उच्च स्तरीय समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि करौली में हुई घटना की पुनरावृत्ति कहीं और नहीं हो, इसके लिए पुलिस प्रो-एक्टिव होकर शांति व्यवस्था कायम रखने की दिशा में ऎहतियाती कदम उठाए। हर थाना स्तर पर हार्डकोर अपराधियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने सीएलजी की मदद से विभिन्न समुदायों के बीच शांति का माहौल कायम करने तथा कम्यूनिटी पुलिसिंग को बढ़ावा देने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री रमेश मीणा एवं गृह राज्य मंत्री राजेन्द्र सिंह यादव से भी इस घटना के बारे में फीडबैक लिया। पुलिस महानिदेशक एम.एल. लाठर ने करौली में हुई घटना एवं पुलिस द्वारा अभी तक की गई कार्यवाही के बारे में जानकारी दी।

उधर भाजपा ने भी इस मामले की जांच के लिए एक आठ सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। यह कमेटी करौली पहुंचकर सभी पक्षों से बात करेगी और घटना की तथ्यात्मक रिपोर्ट बनाकर प्रदेश नेतृत्व को पेश करेगी। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने इस हिंसा को शर्मसार करने वाला और सरकार की नाकामयाबी बताया और कहा कि जल्द ही राजस्थान भाजपा का एक दल घटना का जायजा लेगा।

करौली हिंसा की जांच के लिए भाजपा की ओर से गठित कमेटी में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, राष्ट्रीय मंत्री अल्का गुर्जर, प्रदेश महामंत्री मदन दिलावर, सांसद सुखबीर सिंह जौनपुरिया, सांसद जसकौर मीणा, विधायक कन्हैया लाल चौधरी, पूर्व विधायक रामहेत यादव, प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा को शामिल किया गया है।

उल्लेखनीय है कि शनिवार को हिंदू नववर्ष के उपलक्ष्य में करौली में निकाली गई वाहन रैली पर फूटा कोट इलाके में पथराव किया गया था, जिसके बाद दो समुदाय के लोग आमने—सामने हो गए थे। पथराव में 40 से अधिक लोग घायल हो गए थे और कई दुकानों और वाहनों को आग लगा दी गई थी। करौली में अभी भी कर्फ्यू जारी है और इंटरनेट सेवाएं भी सोमवार तक बंद रखी गई है। पूरे शहर में भारी पुलिस जाप्ता तैनात किया गया है।

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