जयपुर। राजस्थान को स्वच्छ भारत मिशन में उल्लेखनीय कार्य के लिए विभिन्न श्रेणियों में 6 पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। प्रदेश को यह पुरस्कार पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार के तत्वावधान में 2 अक्टूबर गांधी जयंती के उपलक्ष्य में विज्ञान भवन नई दिल्ली में स्वच्छ भारत दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के मुख्य आतिथ्य में आयोजित समारोह में प्रदान किये गए।
पंचायती राज विभाग के शासन सचिव नवीन जैन ने बताया कि राष्ट्रीय फिल्म प्रतियोगिता में ग्राम पंचायत, रामनगर (बून्दी) को प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया है। इसके साथ ही प्रदेश को उत्तर क्षेत्र के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के वर्ग में वॉल पेंटिंग अभियान, ओडीएफ प्लस, गोबर धन श्रेणी, प्लास्टिक कचरा प्रबंधन, धूसर जल प्रबंधन, मलीय कीचड़ प्रबंधन में प्रथम पुरस्कार व जैविक कचरा प्रबंधन में द्वितीय पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। जैन ने बताया कि वर्तमान में राजस्थान राज्य ओ.डी.एफ. प्लस की उदीयमान केटेगरी में राष्ट्रीय स्तर पर 8वें स्थान पर है।
इस अवसर पर राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने वक्तव्य में कहा कि महात्मा गांधी का मानना था कि स्वच्छता की आदत लोगों में बचपन से ही डाली जानी चाहिए। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण व्यवहार परिवर्तन का एक आंदोलन है। कोरोना की वैश्विक महामारी के दौरान सभी लोगों ने यह महसूस किया कि घर-घर में बने शौचालय, साबुन से हाथ धोने की आदत और घर में नल से जलापूर्ति की सुविधा ने इस विपत्ति में एक रक्षा कवच का कार्य किया है। भारत सरकार वर्तमान में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के द्वितीय चरण को कार्यान्वित कर रही है।
समारोह में प्रदेश के प्रतिनिधि के रूप में संदेश नायक निदेशक, अमित कुमार शर्मा संयुक्त निदेशक, पवन राज्य समन्यवक स्वच्छ भारत मिशन (ग्रा.) एवं उत्साह चौधरी सीईओ राजसमन्द, मुहम्मद जुनैद सीईओ गंगानगर, ममता कुमारी तिवाडी सीईओ कोटा, मयंक मनीष सीईओ उदयपुर, अभिषेक सुराणा सीईओ जोधपुर, मुरलीधर प्रतिहार सीईओ बून्दी, जगजीवन कौर बी.डी.ओ. पंचायत समिति बूंदी, बबीता बाई, सरपंच रामनगर (बून्दी) ने पुरस्कार ग्रहण किये।