जयपुर। सरकार का कार्यकाल जैसे-जैसे समाप्त होता जा रहा है, वैसे-वैसे पार्टी में अंदरूनी कलह तेज होती जा रही है। लंबे अंतराल के बाद शुरू हुई जनसुनवाई में अक्सर हंगामे की स्थितियां देखने को मिल रही है। बुधवार को पीसीसी में जनसुनवाई के दौरान भारी हंगामा हो गया।
यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल की जनसुनवाई में पहुंचे भीलवाड़ा के शाहपुरा के पार्षदों ने जमकर हंगामा किया। शाहपुरा नगर पालिका के चेयरमैन पर भ्रष्टाचार के आरोप की बात कहते हुए कांग्रेसी पार्षदों ने जब मंत्री धारीवाल से मुलाकात करनी चाही, तो धारीवाल ने उनकी बात नहीं सुनी। धारीवाल के इस रवैये से नाराज पार्षदों ने जनसुनवाई में ही हंगामा करना शुरू कर दिया।
पार्षदों का कहना था कि धारीवाल पिछले 1 साल से हमारी सुनवाई नहीं कर रहे हैं। डीएलबी ने धारीवाल के कहने पर भाजपा के चेयरमैन के खिलाफ जांच को अटका रखा है। धारीवाल शाहपुरा विधायक के कहने पर जांच को पेंडिंग करके बैठे हैं। इस दौरान जनसुनवाई में मौजूद अन्य कांग्रेसियों ने पार्षदों के आगे हाथ जोडकर हंगामे को शांत करने की कोशिश की, लेकिन पार्षद नहीं माने। उन्होंने धमकी दी कि यदि धारीवाल पहले की तरह झूठ बोलकर इस मामले को पेंडिंग करके बैठे रहे, तो वह अगली बार महिला पार्षदों को भी लेकर पहुंचेंगे।