जयपुर। डूंगरपुर में गुजरात से सटे रतनपुर बॉर्डर पर कांग्रेस की आजादी गौरव यात्रा में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा और मोदी—शाह पर दोबारा हमला बोला। गहलोत ने कहा कि गुजरात प्यारा स्टेट लेकिन यहां शासन करने वाले बड़े खतरनाक लोग हैं। चाहे वह अमित शाहजी हों या मोदीजी। कहते कुछ हैं और करते कुछ हैं। उनकी कथनी करनी में अंतर है। जो बहुत खतरनाक होता है। शासन करने वालों को दिल बड़ा रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 56 इंच का सीना है मेरा, तो यह वास्तव में दिखाना चाहिए था। संवेदनशीलता से शासन करते। सब जाति, धर्म, वर्गों को साथ लेकर चलते। देश का प्रधानमंत्री किसे कहते हैं।
गहलोत ने कहा कि गृह मंत्री जहां कभी सरदार पटेल बैठे थे, वहां आप बैठे हो। क्या करतूतें कर रहे हो। विधायक खरीदकर सरकारें गिराओ। वोटों के माध्यम से नहीं पैसों के जरिए एमएलए खरीदो। राज्यसभा चुनाव हो तो एमएलए खरीदकर राज्यसभा की सीट जीतो। मध्यप्रदेश में सरकार चुनी हुई थी, आपने 22 एमएलए को 35-35 करोड़ में खरीदकर सरकार गिरा दी। यह कहां का लोकतंत्र है।
सरकार गिराने के इस खेल में गृह मंत्री अमित शाह और जोधपुर वाले एमपी गजेंद्र सिंह को शर्म ही नहीं आई। जोधपुर का एमएलए मैं हूं, मुझे मुख्यमंत्री बनने का मौका मिला हुआ है। फिर भी सरकार गिराने की कोशिश की। मेरी सरकार गिराने के लिए अमित शाह, धर्मेंद्र प्रधान, गजेंद्र शेखावत ने हमारी पार्टी के अंदर तोड़फोड़ करनी शुरू कर दी थी। आप बताइए, यह लोकतंत्र है। कहां ले जाएंगे देश को।
हम निकम्मे थे, काम नहीं कर रहे थे, राजस्थान का लॉ एंड ऑर्डर खराब हो गया। सब कुछ ब्रेक डाउन हो गया तो आप सरकार भंग कर देते। एमएलए खरीदकर आप देश को कहां ले जाना चाहते हैं? मोदीजी और गृह मंत्री अमित शाह पर यह दोष जो लगा है, वह देश के इतिहास में काले अक्षरों में लिखा जाएगा, इसे कोई मिटा नहीं सकता।
गहलोत ने कहा कि यहां गुजरात के प्रभारी रघु शर्मा बैठे हैं। रघु शर्मा ने कहा था कि या तो प्रभारी रहूंगा या मंत्री रहूंगा। इन्होंने मंत्री की जगह प्रभारी बनना मंजूर किया। कितनी बड़ी बात है। पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा मंत्री थे। इन्होंने मंत्री की जगह पीसीसी अध्यक्ष रहना मंजूर किया। मंत्री पद आते जाते रहते हैं। मंत्री तो आप कभी बन जाओगे।
गहलोत ने रघु शर्मा से कहा कि रघु शर्मा, गोविंद डोटासरा, हरीश चौधरी आप खुद की इच्छा से मंत्री पद से हटे हो। आप जब चाहोगे तब मंत्री बन जाओगे। योगदान दे रहे हो, मैं गुजरात का प्रभारी था, मुझे इन्होंने मुख्यमंत्री बना दिया। गहलोत ने रघु शर्मा से कहा- आप समझो राहुल गांधी ने आपको सोच समझकर गुजरात भेजा है। मैं खुद 10 महीने प्रभारी रहा वहां पर।