जयपुर। उदयपुर में 12 नवंबर शनिवार की रात करीब 11 बजे उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे लाइन पर बने ट्रैक पर ब्लास्ट मामले का खुलासा हो गया है। उदयपुर रेलवे ब्रिज पर ब्लास्ट मामले में एटीएस ने एक नाबालिग सहित 4 लोगों को हिरासत में लिया है। इसमें विस्फोटक बेचने वाला भी शामिल है। इनसे पूछताछ में कई अन्य अहम जानकारियां सामने आ सकती हैं, क्योंकि इस घटना के बाद से ही प्रदेश में खनन कार्यों के लिए अवैध विस्फोटकों का कारोबार करने वालों में हड़कंप मचा हुआ है।
एटीएस ने गुरुवार को इस मामले में खुलासा करते हुए बताया कि रेलवे ट्रैक के लिए जमीन अधिग्रहण का मुआवजा कम मिलने के कारण यह साजिश रची गई थी। एटीएस-एसओजी एडीजी अशोक राठौड़ ने गुरुवार शाम को जयपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ब्लास्ट मामले में गिरफ्तारी की जानकारी दी और बताया कि धूलचंद मीणा (32), प्रकाश मीणा (18) और एक 17 साल के लड़के को पकड़ा गया है। तीनों उदयपुर के जावर माइंस के एकलिंगपुरा के रहने वाले हैं। इनको विस्फोटक बेचने वाले अंकुश सुवालका को भी हिरासत में लिया गया है। पूछताछ में आरोपियों ने कहा है कि उनका उद्देश्य जनहानि का नहीं था। एटीएस ने डूंगरपुर में मिली जिलेटिन की छड़ का इस घटना से कोई कनेक्शन नहीं है।
राठौड़ ने बताया कि तीनों युवकों की उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे लाइन के पास जमीन थी। ट्रैक बनाने के लिए तीनों की जमीन का अधिग्रहण हुआ था। इस दौरान इन्हें मुआवजा भी कम मिला था। इसी के बाद से ये नाराज चल रहे थे। इसका बदला लेने के लिए तीनों ने ट्रैक उड़ाने की साजिश रची। इस घटना के बाद से तीनों आरोपी मोबाइल बंद कर उदयपुर के सविना में छिपे थे। पुलिस ने तीनों आरोपियों को उदयपुर के एकलिंगपुरा से पकड़ा है। आरोपियों ने 2 साल पहले भी रेलवे के अधिकारियों को पुल उड़ाने की धमकी दी थी। एटीएस-एसओजी की पूछताछ में सामने आया कि आरोपियों ने रेलवे लाइन में जमीन अधिग्रहण को लेकर भी आरटीआई के जरिए जानकारी मांगी थी।
राठौड़ ने बताया कि आरोपियों ने ट्रेन निकलने के बाद विस्फोटक लगाया था। इससे साफ होता है कि जनहानि की मंशा नहीं थी। विस्फोटक लगाने के बाद तीनों बाइक से निकल गए थे। ब्लास्ट के लिए विस्फोटक धोलकी पाटी इलाके में फतेहलाल सुहालका से लिया गया था। सिर्फ सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए साजिश रची गई थी।
इस मामले में उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे लाइन पर बने ट्रैक पर अज्ञात लोगों ने ब्लास्ट किया था, जिससे ट्रेक में क्रेक आ गया था और पुल को भी कुछ नुकसान पहुंचा था। जांच एजेंसियों को मौके पर बारूद भी मिला है। धमाके से चार घंटे पहले ही इस ट्रैक से ट्रेन गुजरी थी। घटना के बाद अहमदाबाद से उदयपुर आ रही ट्रेन को डूंगरपुर में रोक दिया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 31 अक्टूबर को ही इस लाइन का लोकार्पण किया था।