जयपुर

जयपुर में सीवर प्लांट में गिरने से दो मजदूरों की मौत

वॉल खुलने से मलबे में डूब गए थे दोनों मजदूर

जयपुर। राजधानी के कालवाड़ इलाके में सीवर प्लांट पर काम करने के दौरान तीन मजदूर मलबे में दब गए। इनमें दो की दर्दनाक मौत हो गई और एक को बचा लिया गया। जानकारी के अनुसार सीवर और पानी को अलग करने वाले चैम्बर का वॉल ज्यादा खुल जाने से यह हादसा हुआ।

प्लांट में सीवर चैम्बर को साफ करने के लिए यह तीन मजदूर गहरे चैम्बर में उतरे थे और एकाएक खुले वॉल से वहां मलबे में डूब गए। शोर होने पर प्लांट को बंद करने का प्रयास किया गया लेकिन उस में समय लग गया।मजदूरों के प्लांट के मलबे में दबे होने की जानकारी मिलने पर सिविल डिफेंस की टीम को मौके पर भेजा गया। टीम ने मशील चालू कर पहले मलबे को बाहर निकाला जहां से एक व्यक्ति जिंदा निकला दो को अचेत अवस्था में बाहर निकाला गया। तीनों को निजी अस्पताल भेजा गया जहां पर दो की मौत हो गई एक की हालत अभी ठीक हैं।

मृतकों की पहचान कालवाड़ निवासी विनोद और सन्नी के रूप में हुई हैं। दोनों की बॉडी को कांवटिया अस्पताल की मोर्चरी में पोस्टमार्टम के लिए रखवा दिया गया हैं। वहीं काम करने वाले रवी की हालत में सुधार हैं।पुलिस के अनुसार रवि मीणा, विनोद रेगर और सन्नी मीणा एक साथ 30—40 फीट गहरे टैंक की सफाई करने नीचे उतरे थे। यहां वेस्ट और पानी को अलग किया जाता हैं। सुबह करीब 9 बजे 20 वर्षीय रवि मीणा वॉल के पास था और 25 वर्षीय विनोद रेगर और 25वर्षीय सन्नी मीणा टैंक के अंदर थे। वॉल को रवि मीणा ने खोल। इस दौरान वॉल ज्यादा खुल गया।जिसके वेग के सामने आने पर रवि मीणा भी टैक में गिर गया, लेकिन बाद उसे निकाल लिया गया। इस दौरान विनोद और सन्नी मीणा गहराई में होने के कारण खुद को बाहर नहीं निकाल सके। वह वेस्ट में फंसते चले गए। जिससे उनकी वहीं पर मौत हो गई।

विनोद और सन्नी मीणा इस प्लांट पर ठेकेदार के पास हैल्पर का काम किया करते थे। एकाएक हुई इस घटना के बाद दोनों मृतकों का परिवार भी मौके पर पहुंच गया। इस पर परिवार के लोगों ने यहां पर कुछ देर कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन भी किया। वह समाज के लोगों ने परिवार को मुआवजे को लेकर भी प्रदर्शन किया हैं।

Related posts

रेप पीडि़त (Rape Victim) के परिजनों (Family Members) की फोटो लगाने पर राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के खिलाफ जयपुर (Jaipur) में परिवाद

admin

आम आदमी पार्टी के जरिए 11वीं शताब्दी का इतिहास पंजाब के बाद राजस्थान में दोहराया जाएगा

admin

ईकोलॉजिकल जोन (ecological zone) में जेडीए (JDA) की 2 बीघा जमीन से हटाया अतिक्रमण, 2 फैक्ट्रियों के निर्माण (construction)को किया ध्वस्त

admin