भाई पर सीबीआई छापे के विरोध में बोले गहलोत, देश में चल रही बदले की राजनीति
जयपुर। दिल्ली में भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोलने के बाद वापस जयपुर लोटे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र की भाजपा सरकार को आड़े हाथों लिया है। पत्रकारों से बात करते हुए गहलोत ने कहा कहा कि ‘मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए राहुल गांधी से पूछताछ हो रही है, देश में बदले की राजनीति चल रही है।’
बड़े भाई अग्रसेन गहलोत पर हुई CBI की कार्रवाई को लेकर गहलोत ने कहा कि ‘राजनीति में भाग लेने वाले किसी भी व्यक्ति के परिवार को निशाना बनाना गलत है, इस तरह की नीतियों के चलते भाजपा के खिलाफ लोगों में आक्रोश है। मैं 50 साल से मैं राजनीति में हूं, जो लोग कल राजनीति में आए हैं, वो मुझे क्या डराएंगे धमकाएंगे, जिनकी कोई रगड़ाई नहीं हुई। आज ये लोग बड़े पद पर तो बैठे हैं लेकिन इनकी रगड़ाई नहीं हुई है। 40-45 साल से ब्रदर अपना काम करते हैं और मैं अपना काम करता हूं।
अब मैं अगर दिल्ली में एक्टिव हूं या राहुल जी के इस मूमेंट में मैंने भाग लिया तो उसका बदला भाई से क्यों लिया जाता है? क्राइसिस सरकार पर आया था तब भी उनके यहां ED की रेड हो गयी जबकि उनका कोई संबंध ही नहीं है राजनीति से।
मैंने तो टाइम मांगा था CBI के,ED के डायरेक्टर साहब से और इनकम टैक्स के चेयरमैन साहब से, 13 को टाइम मांगा,15 को मुकदमा दर्ज हो गया और 17 को रेड हो गयी,पता नहीं ये क्या अप्रोच है ये समझ के परे है। CBI, इनकम टैक्स, ED तीनों एजेंसियों के हैड से मैं पुनः टाइम मांगूंगा, ये तीनों हमारे देश की प्रतिष्ठित संस्थाएं हैं। मैं चाहूंगा कि एज ए मुख्यमंत्री, एज ए नागरिक मैं उनको बताऊं कि देश में आपके बारे में क्या ओपिनियन बनी हुई है, क्यों बनी हुई है, उनको सुनने में तकलीफ होती है क्या?
जैसे मोदीजी के भाई को कोई नहीं जानता था, उसी प्रकार मेरे भाई को नहीं जानता था अब पूरा मीडिया चला रहा है CBI का छापा पड़ गया उनके।राजनीति में भाग ले रहा है कोई व्यक्ति उसके परिवार वाले पर अटैक हो और वो भी सरकार द्वारा मैं समझता हूँ उचित नहीं कहा जा सकता इससे हम घबराने वाले नहीं है
अग्निवीर योजना शुरू करने से पहले युवाओं को विश्वास में लिया जाना चाहिए था
गहलोत ने सेना में भर्ती की केंद्र की अग्निवीर योजना पर कहा कि अब ये अग्निवीर और अग्निपथ नया शुरू कर दिया, पहले अगर मान लो आपके दिमाग में कोई सोच थी, जैसे इजरायल के अंदर जो प्रोसेस होता है वो ऐसा नहीं होता है, वहां का सिस्टम बिल्कुल दूसरा है, वहां की आबादी बहुत कम है, वहां पर अगर सबके लिए स्कीम है ये अलग तरह की वहां पर ट्रेनिंग दी जाती है।
अगर इजरायल की तरह बात आपके दिमाग में आई तो युवाओं को विश्वास में लेना चाहिए था, जो लाखों लोग इंतजार कर रहे थे नौकरी का उसके बजाय आपने थोप दिया उनपर अग्निपथ,अग्निवीर, अब मुझे तो चिंता लगी हुई है कहीं ये RSS-BJP के नौजवानों को भर्ती करके 4 साल की ट्रेनिंग दिलाकर उनको कहां भेजेंगे।