जयपुर। भाजपा ने राजस्थान सरकार पर विधायकों की जासूसी का आरोप लगाया है। भाजपा ने यह आरोप उस समय लगाया जबकि उनकी जामडोली के रिसोर्ट में चल रही बाड़ाबंदी में पुलिस पहुंच गई। वीआईपी सुरक्षा के नाम से यहां बुधवार को ही पुलिस को तैनात किया गया था, लेकिन जब बीजेपी नेताओं को जब रिसोर्ट के बाहर पुलिस पहुंचने की सूचना मिली तो उन्होंने नाराजगी जाहिर की।
राज्यसभा चुनावों में सरकार पर जासूसी के आरोप लगाने के साथ ही बीजेपी ने अब आक्रामक रुख दिखाना शुरू कर दिया है। बीजेपी के नेता बाड़ेबंदी वाले रिसोर्ट के बाहर पुलिस को देखकर नाराज हो गए और उन्हें वहां से तत्काल जाने को कहा। जब सुरक्षा का हवाला देकर पुलिस वालों ने जाने से इनकार किया तो विधायक व प्रवक्ता रामलाल शर्मा रिसोर्ट से बाहर आए और पुलिसकर्मियों से पूछा कि आपको यहां किसने बुलाया? पुलिसकर्मियों ने वीआईपी डयूटी का हवाला दिया और कहा कि अफसरों के कहने पर आए हैं, उनके आदेश के बिना नहीं जाएंगे। इस पर रामलाल शर्मा ने वरिष्ठ अफसरों से बात कर नाराजगी जताई। कुछ ही देर बाद पुलिसकर्मियों के पास वापस लौटने का मैसेज आ गया और वे बाड़ेबंदी वाले रिसोर्ट से लौट गए।
इस घटना के बाद भाजपा के नेताओं राज्यसभा चुनावों में विधायकों की जासूसी करवाने के आरोप लगाने शुरू कर दिए हैं। कुछ दिन पहले ही बीजेपी विधायक मदन दिलावर के घर पुलिसकर्मियों की मौजूदगी के बाद भारी विवाद हो गया था। बीजेपी तब से ही विधायकों की पुलिस से निगरानी के आरोप लगा रही है।