जयपुर । राजे-रजवाड़ों की आन-बान और शान तथा लोक जीवन में घुली-मिली अद्भुत कला और संस्कृति के साथ-साथ परम्परा और आधुनिकता का मनमोहक मेल प्रगति मैदान के अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेले से सजे राजस्थान पवेलियन में देखने को मिल रहा है।
अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले की इस वर्ष की थीम ‘वोकल फोर लोकल, लोकल फोर ग्लोबल’ के अनुरूप राजस्थान मंडप को तैयार किया गया है। जिसके लिए राज्य सरकार के उद्योग, रीको, बीप पर्यटन, रूडा इत्यादी विभागों के संयुक्त तत्वाधान में विशेष स्टॉल लगाए गये हैं जहां पर प्रदेश के लघु-उधोगों के उत्पादों को देश दुनिया तक पहुचाने और इन्हें बढ़ावा देने के लिए एवं व्यापार संबंधी सभी प्रकार की जानकारी आगुंतकों को प्रदान की जा रही है।
राजस्थान मंडप में इस वर्ष राजस्थानी हैंडलूम को बढावा देते हुए विश्व प्रसिद्ध जयपुरी रजाईयों, बैडशीट्स, जैकेट्स एवं गृहसज्जा इत्यादि के सामान के साथ ही स्टोन ज्वैलरी, रंग-बिरंगे ‘लाख कंगन व चूड़ियों के स्टॉल्स के अतिरिक्त राजस्थान के प्रसिद्ध पापड़, गजक, अचार-चटनी एवं अन्य खाने-पीने के उत्पादों का प्रदर्शन भी किया गया है। पवेलियन में राजस्थानी कलाकारों का सजीव कला प्रदर्शन भ्रमण करने के लिए आ रहे दर्शकों और खरीददारों को खूब लुभा रहा है। कारीगर अपने स्टोल्स पर हाथों का हुनर दिखाते हुए दर्शकों को अपनी कला से खूब रोमांचित कर रहे है।
18 नवम्बर को मनाया जाएगा राजस्थान दिवस
भारतीय अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में इस वर्ष राजस्थान दिवस का आयोजन शुक्रवार 18 नवम्बर को किया जाएगा। राजस्थान पर्यटन के दिल्ली स्थित पर्यटक स्वागत केन्द्र के प्रभारी अधिकारी छत्रपाल यादव ने बताया कि राजस्थान दिवस समारोह में प्रदेश के विभिन्न अंचलों से आमंत्रित राजस्थान के लोक कलाकारों द्वारा राजस्थान की परम्परागत नृत्य कलाओं एवं संगीत के रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये जाएंगे। जिसमें खड़ताल, घूमर, कालबेलियां आदि नृत्य शामिल है।