पर्यटन से जुड़े लोग कर रहे वीकेंड लॉकडाउन हटने का इंतजार
जयपुर। देशभर में पिछले 25 दिनों में लगातार बढ़े कोरोना संक्रमण ने राजस्थान के पर्यटन उद्योग की एक बार फिर कमर तोड़ कर रख दी है। मंगलवार को राष्ट्रीय पर्यटन दिवस पर भी जयपुर के पर्यटन स्थल पर्यटकों से सूने रहे। राजधानी के प्रमुख पर्यटन स्थल आमेर महल को निहारने के लिए मात्र 1833 पर्यटक ही पहुंचे। अन्य स्मारकों और पर्यटन स्थलों का भी कमोबेश यही हाल रहा।
पर्यटन क्षेत्र के जानकारों का कहना है कि कोरोना महामारी से पूर्व जनवरी में जयपुर में प्रतिदिन करीब सात से आठ हजार देशी-विदेशी पर्यटक आया करते थे। पिछले दो वर्षों में जब महामारी के संक्रमण में कमी आती है, तब देशी पर्यटक बढ़ जाते हैं और संक्रमण तेज होने और गाइडलाइनों में सख्ती के कारण फिर से पर्यटकों की संख्या में कमी आ जाती है।
दिसंबर 21 में कोरोना संक्रमण काफी कम था और इस महीने में क्रिसमस से लेकर न्यू ईयर तक भारी संख्या में पर्यटकों का आना हुआ। क्रिसमस पर तो रिकार्डतोड पर्यटक जयपुर पहुंचे। क्रिसमस पर आमेर महल में एक दिन तो करीब 12 हजार पर्यटक आए थे। इस एक सप्ताह के दौरान आमेर महल में पर्यटकों की आवक का औसत करीब 10 हजार रहा था। इसके बाद जैसे-जैसे संक्रमण बढ़ता गया, पर्यटकों की संख्या में कमी आती रही। इस दौरान 20 जनवरी को सबसे कम करीब 1165 पर्यटक आमेर महल को देखने के लिए आए थे।
वीकेंड लॉकडाउन हटे तो पर्यटक आएं
अब एक बार फिर से कोरोना संक्रमण में धीरे-धीरे कमी आ रही है, ऐसे में ट्रेड को राजस्थान के शहरी क्षेत्रों में लगे वीकेंड लॉकडाउन के हटने का इंतजार है, क्योंकि जयपुर में वीकेंड पर ही भारी मात्रा में पर्यटक भ्रमण पर पहुंचते हैं। यदि संक्रमण में कमी आती है और वीकेंड लॉकडाउन हटता है तो प्रदेश में फरवरी और मार्च में अच्छी संख्या में पर्यटक आ सकते हैं। उसके बाद राजस्थान में पर्यटन का ऑफ सीजन शुरू हो जाता है और भीषण कर्मी के कारण पर्यटकों की संख्या कम हो जाती है।