पुलवामा हमले के बाद सेना पर सवाल खड़े करने के आरोपों में घिरी कांग्रेस (Congress) भी अब सेना के शौर्य को मुद्दा बनाएगी। कांग्रेस 1971 के युद्ध (1971 War) में पाकिस्तान (Pakistan) पर भारतीय सेना की जीत (India’s victory day) की 50वीं वर्षगांठ के कार्यक्रम साल भर (year-long campaign) मनायेगी। इसके तहत साल भर तक कांग्रेस कार्यक्रम करके बांग्लादेश के निर्माण में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के योगदान और भारतीय सेना की जीत के के बारे में बतायेगी। इसके साथ में आजादी के 75 साल पूरे होने पर भी कार्यक्रम होंगे जिनमें आजादी के आंदोलन में कांग्रेस नेताओं की भूमिका के बारे में बताया जायेगा।
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने मंगलवार, 24 अगस्त को इस संबंध में एक कमेटी का गठन किया है जिसमें कांग्रेस विधायक महेन्द्रजीत मालवीय को अध्यक्ष बनाया गया है। सालभर तक चलने वाले इस कार्यक्रम से कांग्रेस अपना सियासी नरेटिव भी बदलने की कोशिश करेगी।
पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय वायु सेना की सर्जिकल स्ट्राइक को लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने बड़ा मुद्दा बनाया था। इसे गेमचेंजर प्रचार माना गया था और कांग्रेस ने बीजेपी पर सेना के शौर्य की आड़ में सियासत करने का आरोप लगाया था। अब कांग्रेस 50 साल पुरानी जीत को मुद्दा बनाकर नये सिरे से सियासी नरेटिव बदलने की कवायद कर रही है।
बांग्लादेश की आजादी के युद्ध में भारतीय सेना की जीत की 50वीं वर्षगांठ के कार्यक्रमों और आजादी के 75वें साल में स्वतंत्रता संग्राम में कांग्रेस के योगदान को जनता तक पहुंचाने के लिए कांग्रेस ने प्रदेश स्तर पर कमेटी बनाई है। कार्यक्रमों के लिए पूर्व मंत्री और विधायक महेंद्र जीत सिंह मालवीय को संयोजक बनाया है। मालवीय ने प्रदेश स्तरीय समिति का गठन किया है, साथ ही जिला स्तर पर भी नेताओं को संयोजक बनाकर जिम्मेदारियां दी गई हैं।
प्रदेश स्तरीय समिति में ब्रिगेडियर भगवान सिंह, पूर्व सांसद भरतराम मेघवाल, नानालाल निनामा को उपाध्यक्ष, पूर्व विधायक मंगलाराम गोदारा, जाकिर हुसैन गैसावत, रतन देवासी, पूर्व जिला प्रमुख राकेश बोयत, पारस पंच जैन को महासचिव, विधायक रामलाल मीना, पूर्व जिला प्रमुख अन्नाराम बोराणा, प्रमोद शर्मा, विवेक कटारा रामसहाय बाजिया, विजेन्द्र सिंह महलावत और बाबूलाल जैन को सचिव नियुक्त किया गया है।
कांग्रस बांग्लादेश आजादी के युद्ध में जीत को याद करके सियासी नरेटिव बदलने की तैयारी में है। बांग्लादेश मुक्ति युद्ध में भारत की जीत के बाद ही इंदिरा गांधी की आयरन लेडी की छवि बनी थी। कांग्रेस जनता के बीच उसी छवि को रिकॉल करने का प्रयास करेगी। इंदिरा गांधी के साथ-साथ भारतीय सेना की तारीफ भी होगी। इस तरह कांग्रेस बांग्लादेश आजादी के युद्ध में जीत की 50 वीं वर्षगांठ पर कार्यक्रम करके अब बीजेपी को प्रचार के मोर्चे पर जवाब देने की कवायद में जुट गई है।