राजस्थान के कोचिंग हब कोटा में आत्महत्या के बढ़ते मामलों पर दुख व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को इस मामले पर चिंता जताई है। जयपुर के कृषि अनुसंधान केंद्र में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि आठ महीने में 20 बच्चों ने आत्महत्या कर ली।
दिया खुद का उदाहरण
मैं खुद बचपन में डॉक्टर बनना चाहता था, रात के 2-3 बजे तक पढ़ाई करता था, लेकिन सफल नहीं हुआ। लेकिन, मैंने हिम्मत नहीं हारी… मैंने अपनी राह बदली, सामाजिक कार्यकर्ता बना, राजनीति में आया और आज आपके सामने हूं।
बच्चों को न दें अनावश्यक तनाव
उन्होंने सुझाव दिया कि परिवार को बच्चों पर दबाव नहीं डालना चाहिए। इसके अलावा सीएम गहलोत ने कहा कि बच्चों को वह बनने दें जो वे बनना चाहते हैं। हर किसी को यह चुनना है कि उसे क्या करना है और क्या बनना है।
मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं सीएम बनूंगा… मैं केंद्रीय मंत्री बनूंगा लेकिन मुझे सभी पद मिले। बच्चों पर इतना दबाव है कि वे आत्महत्या कर लेते हैं, यह एक गंभीर स्थिति है।