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शेयर बाजार में तेजी क्यों आई? सेंसेक्स 1,100 अंकों की बढ़त के पीछे ये हैं मुख्य कारण..

नयी दिल्ली। मंगलवार को भारतीय शेयर बाजारों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली। BSE सेंसेक्स 1,140.64 अंक (1.48%) की छलांग लगाकर 78,327.38 पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 50 324.15 अंक (1.39%) चढ़कर 23,685.20 पर ट्रेड कर रहा था।
शेयर बाजार में उछाल के प्रमुख कारण:
1. अमेरिका ने कनाडा और मैक्सिको पर टैरिफ लगाने का फैसला टाला
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा और मैक्सिको पर प्रस्तावित टैरिफ को रोकने का निर्णय लिया, जिससे वैश्विक व्यापार युद्ध की आशंकाएं कम हुईं और बाजारों में सकारात्मकता आई। विश्लेषकों का कहना है कि ट्रंप का यह तरीका है, पहले टैरिफ की धमकी देना, फिर बातचीत कर समझौता करना। इससे चीन के साथ भी इसी रणनीति के इस्तेमाल की संभावना बढ़ गई है।
2. डॉलर में गिरावट और रुपया मजबूत
• डॉलर इंडेक्स 0.56% गिरकर 108.90 पर आ गया, जिससे भारतीय रुपया मजबूत हुआ।
• डॉलर में कमजोरी विदेशी निवेशकों के लिए उभरते बाजारों को आकर्षक बनाती है, जिससे भारतीय शेयरों में निवेश बढ़ा।
3. वैश्विक बाजारों में मजबूती
• अमेरिकी व्यापार नीति में बदलाव से जापान के Nikkei, कोरिया के Kospi और हांगकांग के Hang Seng इंडेक्स में 1% से अधिक तेजी देखी गई।
• वैश्विक बाजारों की मजबूती का सकारात्मक असर भारतीय बाजारों पर भी पड़ा।
4. आरबीआई की मौद्रिक नीति बैठक (MPC) से उम्मीदें
• 5-7 फरवरी को होने वाली RBI की MPC बैठक में रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की उम्मीद की जा रही है।
• नीतिगत दरों में कटौती से बैंकों की कर्ज देने की क्षमता बढ़ेगी, जिससे ऑटो, रियल एस्टेट और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में तेजी आएगी।
5. ऑटो सेक्टर में जोरदार तेजी
• ऑटो सेक्टर के शानदार जनवरी बिक्री आंकड़ों ने निवेशकों का भरोसा बढ़ाया।
• Nifty Auto Index 1.8% बढ़ा, जिसमें 14 में से 15 शेयरों में बढ़त दर्ज की गई।
• मारुति सुजुकी की जनवरी बिक्री 2.12 लाख यूनिट रही, जबकि Eicher Motors की बाइक बिक्री 20% बढ़ी।
बजट में कृषि उत्पादकता बढ़ाने और टैक्स छूट देने के फैसले से एंट्री-लेवल कारों, ट्रैक्टरों और टू-व्हीलर्स की मांग बढ़ने की संभावना है।
6. ‘Buy The Dip’ रणनीति अपनाई गई
• 13 में से 12 सेक्टर्स में खरीदारी देखने को मिली।
• हालिया गिरावट के बाद मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में 1% की बढ़त देखी गई।
• इंफोसिस, टाटा मोटर्स, L&T और टाटा स्टील जैसे ब्लू-चिप शेयरों में तेजी रही।
7. सेंसेक्स और निफ्टी का तकनीकी आउटलुक
• 23,190 का सपोर्ट स्तर मजबूत बना रहा, जिससे निवेशकों को खरीदारी का भरोसा मिला।
• अगला लक्ष्य 23,700-23,840 के बीच बताया जा रहा है, जबकि 23,440 पर रेसिस्टेंस दिख रहा है।
अमेरिकी नीति में बदलाव, डॉलर में कमजोरी, वैश्विक बाजारों की मजबूती, आरबीआई की संभावित दर कटौती और ऑटो सेक्टर की मजबूती ने भारतीय बाजारों को बढ़त दिलाई। यदि वैश्विक संकेत सकारात्मक बने रहते हैं और आरबीआई नीतिगत रेट में कटौती करता है, तो बाजार में आगे और मजबूती देखी जा सकती है।

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