2011 के बाद युवी को कैंसर के इलाज के चलते क्रिकेट से ब्रेक लेना पड़ा था, इसके बाद उन्होंने टीम में वापसी भी की। 2014 टी20 वर्ल्ड कप में फैन्स को उनसे फिर शानदार प्रदर्शन की उम्मीद थी।
टीम इंडिया के ऑलराउंडर युवराज सिंह ने 2007 टी20 वर्ल्ड कप और 2011 वर्ल्ड कप में अहम भूमिका निभाई थी। दोनों आईसीसी टूर्नामेंट में वो मैन ऑफ द सीरीज रहे थे। 2011 के बाद युवी को कैंसर के इलाज के चलते क्रिकेट से ब्रेक लेना पड़ा था, कैंसर से जंग जीतने के बाद उन्होंने टीम में वापसी भी की। 2014 टी20 वर्ल्ड कप में वो टीम का हिस्सा थे और फैन्स को उनसे एक बार फिर शानदार प्रदर्शन की उम्मीद थी, लेकिन इस बार किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया। फाइनल में धीमी बल्लेबाजी के लिए युवी की काफी आलोचना हुई थी। करीब 6 साल बाद युवी का दर्द छलका है। उन्होंने बताया कि उस समय उन्हें ऐसा महसूस हुआ था, जैसे उन्होंने किसी का खून कर दिया हो।
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‘अगर फाइनल मैच नहीं होता तो…’
फाइनल मैच ढाका में हुआ था, जहां युवी 21 गेंद पर महज 11 रन बनाकर आउट हुए थे, टीम इंडिया ने चार विकेट पर महज 130 रन बनाए और श्रीलंका ने छह विकेट से जीत दर्ज कर खिताब अपने नाम कर लिया था। इसके बाद युवी की काफी आलोचना हुई थी। फैन्स भी युवी से काफी खफा थे। 38 वर्षीय युवराज ने एक इंटरव्यू में बताया कि उस समय उन्हें एक खलनायक जैसा महसूस हो रहा था, जिसने किसी की हत्या कर दी हो। स्पोर्ट्सस्क्रीन के यूट्यूब पेज पर युवी ने कहा, ‘मैं हमेशा चीजों की पूरी जिम्मेदारी उठाता हूं। मैंने अच्छा खेल नहीं दिखाया था, वो वर्ल्ड कप का फाइनल था। अगर यह कोई और मैच होता तो इसके बारे में इतनी बात नहीं होती। मुझे ऐसा लगा था जैसे मैं कोई खलनायक हूं। मुझे याद है जब मैं एयरपोर्ट से निकला तो खुशकिस्मती से हेडफोन लगा रखा था, मीडिया मेरे ऊपर टूट पड़ी थी, वो मेरे ऊपर चिल्ला रहे थे।’
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‘मेरे घर पर लोगों ने पथराव भी किया था’
उन्होंने आगे कहा, ‘कुछ लोगों ने मेरे घर पर पथराव भी किया था। मुझे मुजरिम जैसा लग रहा था, जिसने किसी को गोली मार दी हो और उसे जेल भेजा जा रहा हो। मैं इससे उबरा, मुझे अभी भी याद है उस समय मुझे कैसा महसूस हो रहा था। मुझे याद है कि सचिन (तेंदुलकर) ने उस दिन ट्वीट किया था और लोगों ने समझा था। मैं घर पहुंचा तो मैंने जिस बैट से 2007 टी20 वर्ल्ड कप में एक ओवर में छह छक्के मारे थे, उस पर अपनी कैप रखी और मुझे लगा था कि मेरा करियर खत्म हो गया है।’ युवी ने भारत के लिए 40 टेस्ट, 304 वनडे इंटरनेशनल और 58 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं और पिछले साल ही इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहा है।
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