मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोविड-19 महामारी से उपजी विषम परिस्थितियों में भी कनिष्ठ लिपिक भर्ती-2018 के बेरोजगार आशार्थियों को नियुक्ति देने की दिशा में एक संवेदनशील निर्णय किया है। मुख्यमंत्री ने इस भर्ती परीक्षा की प्रतीक्षा सूची में शामिल 689 अभ्यर्थियों को वरीयता एवं मेरिट के आधार पर विभाग आवंटित कर नियुक्ति देने की मंजूरी दी है।
गहलोत की इस स्वीकृति से वेटिंग लिस्ट में शामिल इन अभ्यर्थियों को कनिष्ठ लिपिक के पद पर राजकीय सेवा में नियुक्ति का अवसर मिलेगा। मुख्यमंत्री के इस निर्णय के बाद प्रशासनिक सुधार विभाग ने अभ्यर्थियों से विकल्प मांगकर उन्हें विभाग आवंटित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
गहलोत के निर्णय के अनुसार, प्रदेश के गैर अनुसूचित (नॉन टीएसपी) क्षेत्र के 690 तथा अनुसूचित (टीएसपी) क्षेत्र के 13 सहित कुल 703 सफल अभ्यर्थियों द्वारा निर्धारित अवधि में कार्यग्रहण नहीं करने पर प्रतीक्षा सूची में से गैर अनुसूचित क्षेत्र के
677 तथा अनुसूचित क्षेत्र के 12 सहित कुल 689 अभ्यर्थियों को नियुक्ति देने की कार्यवाही प्रस्तावित है।