जयपुर। केेंद्र सरकार ने ब्यावर-गोमती फोरलेन 100 किलोमीटर के लिए 722 करोड़ रुपए की स्वीकृति प्रदान की है। इसी के साथ ही इसपर श्रेय लेने की होड़ शुरू हो गई है।
मंगलवार को केंद्र से स्वीकृति मिलने के बाद उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने इस स्वीकृति को प्रदेश सरकार की उपलब्धि बताया, तो आज राजसमंद से सांसद दीयाकुमारी ने ब्यावर गोमती फोरलेन आर्थिक स्वीकृति के लिए कांग्रेस को आड़े हाथों ले लिया।
दिया ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हमने ब्यावर गोमती योजना की स्वीकृति पर जम कर पसीना बहाया है। अब राज्य सरकार इसका श्रेय लेने की कोशिश कर रही है। सिर्फ अखबारों में विज्ञप्तियां जारी कर देने मात्र से कांग्रेस को श्रेय नहीं मिल जाएगा।
मैंने लोकसभा के अंदर और बाहर लगातार इस मुद्दे को गम्भीरता से रखा, तब इसकी स्वीकृति मिली है। न मुझे नाम की भूख है और न ही किसी प्रमाणपत्र की, लेकिन यह बात जनता के सामने आनी चाहिए कि यह स्वीकृति किसकी मेहनत का परिणाम है।
दिया ने कहा कि कांग्रेस एक तरफ तो कहती है कि केंद्र सरकार काम नही कर रही और दूसरी तरफ केंद्र द्वारा स्वीकृत कार्यों पर झूठी वाहवाही लूटने का प्रयास कर रही है। यह प्रोजेक्ट दो चरणों में पूरा होगा। पहले चरण में 380.29 करोड़ रुपए तथा शेष 50 किमी लम्बाई को 341.33 करोड़ रुपए व्यय कर विकसित किया जाएगा।
इसमें 6 फ्लाई ओवर सहित 40 छोटे पुलों का भी निर्माण किया जाएगा। ब्यावर से गोमती तक फोरलेन कार्य हो जाने के बाद दिल्ली से जयपुर, अजमेर, ब्यावर, राजसमंद, उदयपुर और अहमदाबाद तक यात्रा सुगम हो जाएगी।