जयपुर। खाद्य पदार्थों में मिलावट की समस्या काफी पुरानी है। राज्य सरकार ने अब मिलवटखोरों के खिलाफ सख्ती की रणनीति बना ली है। इसके तहत चार संभागों में मोबाइल फूड सेफ्टी लैब वैन मिलावटी खाद्य पदार्थों की जांच करेगी।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बुधवार को भरतपुर, बीकानेर, जोधपुर और उदयपुर संभाग के लिए चार मोबाइल फूड सेफ्टी लैब वैन को हरी झंड़ी दिखाकर रवाना किया। शर्मा ने कहा कि खाद्य पदार्थों में मिलावट रोकने और आमजन को शुद्ध उत्पाद उपलब्ध कराने के लिए सभी संभागो के लिए मोबाइल लैब युक्त वैन संचालित करने की योजना बनाई गई है।
जयपुर संभाग में यह वैन पहले से ही कार्यरत है। शीघ्र ही अजमेर और कोटा संभाग के लिए भी यह लैब उपलब्ध कराई जाएगी। इन मोबाइल लैब वैनों मे 36 प्रकार की अलग-अलग जांचें कराई जा सकती है। उपभोक्ता किसी भी तरह की मिलावट होने पर सीएमएचओ के जरिए न्यूनतम शुल्क पर खाद्य पदार्थों की जांच करा सकता है।
इनकी जांच रिपोर्ट मात्र 30 मिनट में मिल जाएगी। यह जांचें सर्विलांस के अधीन होती है और खाद्य पदार्थों के अनसेफ, मिसब्रांड और सब स्टैण्र्ड होने पर एक्ट के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।