सीकर जिले के खंडेला थाना क्षेत्र के हमीरपूरा कला में हुए मां-बेटे की ब्लाइंड दोहरे हत्याकांड में पुलिस को बड़ी सफलता हासिल हुई है। पुलिस ने रोहतक के खरखोदा इलाके से मुख्य आरोपी कमलेश यादव पुत्र श्रवण कुमार निवासी सिरसली थाना कालाडेरा जिला जयपुर और शूटर रिंकू उर्फ रिकाष पुत्र जगदीप सिंह जाट निवासी थाना बरौदा जिला सोनीपत हरियाणा को गिरफ्तार किया है। शूटर रिंकू हरियाणा में हत्या के मामले में आजीवन कारवास की सजा में फरार चल रहा है।
एसपी परिस देशमुख ने बताया कि 22 अगस्त को घटना के बारे में जानकारी मिलने पर घटनास्थल हमीरपुरा कला पहुंची पुलिस को महिला सजना देवी और उसके बेटे लालचंद उर्फ लोकेश की लाश मिली। बेटे की गोली मारकर हत्या की गई थी जबकि महिला की गला घोट कर लाश को फांसी के फंदे से लटकाया गया था। मृतक लालचंद के भाई मुकेश की रिपोर्ट पर मुकदमा दर्ज किया गया। लाश देखने से दो दिन पुरानी लग रही थी।
सूचना मिलते ही आईजी रेंज सत्येंद्र सिंह व एसपी परिस देशमुख समेत आला अधिकारी घटना स्थल पहुंचे। जघन्य दोहरे हत्याकांड के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामचंद्र मुंड व सीओ इन्सार अली के सुपरविजन में एसएचओ अशोक कुमार, डीएसटी प्रभारी वीरेंद्र कुमार और साइबर सेल में एएसआई नौरंग लाल की 16 सदस्यीय टीम गठित की गई। गठित टीम ने तकनीकी सहायता, सीसीटीवी फुटेज, आसूचना संकलन, मुखबिर और आसपड़ोसियों से जानकारी जुटाकर हर पहलू की जांच की गई।
जांच में सामने आया कि कुछ दिनों से कमलेश यादव मृतक के घर लगातार आ जा रहा था। सन्दिग्ध कमलेश की तलाश के दौरान आसूचना संकलन व मुखबिर सूचना के आधार पर गोहाना, पानीपत और रोहतक तक पीछा किया। टीम को यह जानकारी मिली कि आरोपी के साथ शूटर रिंकू भी है। तलाश करते हुए पुलिस की टीम खरखोदा पहुंची। 29-30 अगस्त की रात आरोपी जिस घर में रुके वहां पर दबिश दी गई तो दोनों मकान की छत पर चले गए और भागने लगे। पीछा कर टीम ने दोनों को पकड़ लिया।
आरोपी अस्पताल में वार्ड बॉय और देह व्यापार में लिप्त
आरोपी कमलेश यादव अस्पताल में वार्ड बॉय है और जयपुर में अपनी प्रेमिका के साथ मकान किराए पर लेकर रहता है। जयपुर व अन्य शहरों के होटल पर लड़कियों को देह व्यापार के लिए सप्लाई भी करता है। मृतक लालचंद उर्फ लोकेश से जान पहचान होने के बाद उसने 5 लाख में शादी कराने का झांसा दिया।
जीजा से लेकर 3.70 लाख रुपए दिए
शादी नहीं हो पाने के कारण लालचंद धोखे में आ गया और अपने जीजा से 3.70 लख रुपए उधार लेकर कमलेश को दे दिए। पैसे लेकर कमलेश ने अपनी परिचित लड़की लालचंद और उसकी मां को दिखा शादी की तारीख 8 सितंबर तय कर दी। उसके बाद जैसे जैसे शादी की तारीख नजदीक आने लगी तो कमलेश को झूठ पकड़े जाने और रुपए लौटाने का डर सताने लगा।
हत्या की रच दी साजिश
पैसे ना लौटाने पड़े इसके लिए कमलेश यादव ने साजिश रची। उसका दोस्त शूटर रिंकू उर्फ रिकाष जाट हरियाणा में हत्या के प्रकरण में आजीवन कारावास की सजा से फरार चल रहा है, जो फरारी काटने के लिए जयपुर में इसके घर आता जाता था। रिंकू को इसने बताया कि अस्पताल में एक व्यक्ति उसे परेशान करता है और उसे नौकरी से निकलवाना चाहता है।
तीन बार पहले साजिश में रहे थे नाकाम
दोहरे हत्याकांड की घटना 20 अगस्त को दी गई थी। इससे पहले 12, 13 और 16 अगस्त को भी इन्होंने मारने की कोशिश की लेकिन घर में और लोग होने के कारण ऐसा हो ना सका। 20 अगस्त की शाम जयपुर में कमरे पर अपना मोबाइल छोड़कर बाइक से रात को खंडेला पहुंचे। जहां पहले से खंडेला मोड पर लालचंद उनका इंतजार कर रहा था।
बेटे को गोली मारी, मां का गला घोट फांसी से लटकाया
तीनों रात को घर पहंचे। लोकेश की मां कमरे में सो रही थी। नींद आने पर रात को लोकेश फर्श पर सो गया। गहरी नींद में सोए हुए की शूटर रिंकू ने गोली मारकर हत्या कर दी। पकड़े जाने के डर से डर से मां की भी तौलिए से गला घोंट कर हत्या कर दी और हत्या को आत्महत्या का रूप देने के लिए कमरे में पड़ी एक रस्सी से गला बांध लटका दिया। बाद मेन गेट बंद कर चाबी लेकर बाइक से वापस जयपुर आ गए।