जयपुररेलवे

उदयपुर-जयपुर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को बेपटरी करने की साजिश…! शाम को पता चला कि बच्चों ने की थी शरारत

सोमवार, 2 अक्टूबर को भीलवाड़ा से बड़ी खबर ने दिनभर पुलिस और अन्य एजेंसियों के हाथ-पैर फुलाए रखे। उदयपुर-जयपुर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को बेपटरी करने की साजिश के तहत किसी ने रेलवे ट्रैक पर पत्थर व सरिया रखकर वंदे भारत एक्सप्रेस को गिराने की कोशिश की। हालांकि इस मामले में जांच के बाद खुलासा हुआ कि यह षरारत कुछ स्थानीय बच्चों ने की थी।
भीलवाड़ा में सोमवार को वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन एक बड़ी दुर्घटना का शिकार होने से बच गई। उदयपुर-जयपुर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को बेपटरी करने के लिए कुछ बदमाशों ने रेलवे ट्रैक पर पत्थर व सरिया रखकर इसे गिराने की कोशिश की। हालांकि लोको पायलट की सतर्कता से यह बड़ा हादसा बच गया। लोको पायलट को ट्रैक पर रखे पत्थर दिखाई दे गए, जिस वजह से वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त होने से बच गई। बाद में पता चला कि यह हरकत स्थानीय बच्चों ने की थी। देश में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन लगातार पत्थरबाजी की घटना का शिकार हो रही है।
उदयपुर-जयपुर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन अपने पहले दिन ही बदमाशों के निशाने पर आ गई थी। उदयपुर से जयपुर जा रही ट्रेन पर पत्थरबाजी की गई, जिससे वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के कांच टूट गया। ट्रेन उदयपुर से जयपुर के लिए सुबह 7।57 बजे रवाना हुई। चंदेरिया रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन पर बाहर से पत्थर फेंके गए। हालांकि मामला संज्ञान लेने के बाद रफा दफा कर दिया गया।
24 सितम्बर को पीएम मोदी ने दी थी तीसरे वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की सौगात
पीएम नरेंद्र मोदी ने राजस्थान को तीसरे वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की सौगात दी। 24 सितम्बर को पीएम मोदी ने देशभर में एक साथ 9 वंदे भारत ट्रेन को वर्चुअल कार्यक्रम में हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। इसमें एक ट्रेन राजस्थान के उदयपुर से राजधानी जयपुर तक शुरू हुई। इससे पूर्व राजस्थान के पास अजमेर-जयपुर-दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन, जोधपुर-साबरमती वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन थी।

Related posts

राजस्थान में वीकेंड कर्फ्यू (Weekend Curfew) समाप्त, शर्तों के साथ मल्टीप्लेक्स (Multiplex) खोलने, 1 डोज लगवा चुके लोगों को बिना RT-PCR निगेटिव रिपोर्ट के राज्य (state) में आने की अनुमति

admin

श्रीराम सिंह बने एथलीट कमीशन के चेयरमैन

admin

11,000 शोधपत्र (Research paper), 350 क्लिनिकल ट्रायल्स (Clinical trials) बाद घर-घर औषधि योजना में शामिल हुई तुलसी, कालमेघ, अश्वगंधा और गिलोय

admin