हमास और इजरायल के बीच जारी जंग ने दोनों पक्षों के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है। इस युद्ध को रोकने के लिए कई देश मध्यस्थता की भी बात करने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं।
इजरायली सेना का कहना है कि लेबनानी सीमा पर एक और सैन्य चैकी हमले की चपेट में आई है। उधर, हिजबुल्लाह ने उत्तरी इजरायल पर कम से कम 4 एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइलें दागीं, जिसमें एक शख्स की जान चली गई। इजरायली सेना लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर हमले करके जवाब दे रही है।
इजरायली वायुसेना प्रमुख का बड़ा बयान
गाजा में संभावित जमीनी हमले की आहट सुनाई दे रही है। इजरायली वायुसेना प्रमुख मेजर जनरल तोमर बार ने कहा है कि उनका प्राथमिक मिशन गाजा पट्टी में जमीनी सैनिकों के लिए रास्ता तैयार करना होगा। उन्होंने इजरायल के दैनिक जेरूसलम पोस्ट को बताया, ‘हम सबसे प्रभावी संभावित जमीनी युद्धाभ्यास के लिए आधार तैयार कर रहे हैं। जमीन और हवा के संबंध में जितना संभव है, हम खतरों को उतना दूर कर रहे हैं।’
इजरायल ने जारी किया मौतों का नया आंकड़ा
इजरायली सरकार ने हमास के हमलों में मारे गए लोगों की संख्या बढ़ाकर 1,400 से ज्यादा कर दी है। इजरायल के प्रधानमंत्री कार्यालय ने यह जानकारी दी है। वहीं, गाजा में हमास की ओर से संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार (15 अक्टूबर) को कहा कि इलाके में इजरायल के बमबारी में 2,450 लोग मारे गए हैं।
महाराष्ट्र से था महिला सैनिकों का ताल्लुक
हमास के खिलाफ जंग में जिन भारतीय मूल की महिलाओं की शहादत हुई है, वे भारतीय यहूदी समुदाय से ताल्लुक रखती थीं। उनके माता-पिता महाराष्ट्र से जाकर इजरायल में बस गए थे लेकिन उनका (महिलाओं) जन्म वहीं हुआ था। इजरायल ने गाजा बॉर्डर पर महिला सैनिकों की भी तैनाती की है। भारतीय मूल की महिलाएं भी सीमा पर तैनात थीं।
हमास के खिलाफ जंग में पहली बार भारतीय शहादत!
गाजा पट्टी से चलने वाले चरमपंथी संगठन हमास ने 7 अक्टूबर की सुबह दक्षिणी इजरायल में घातक हमला किया था, जिसके बाद से दोनों पक्षों के बीच जंग बढ़ती जा रही है। इजरायल की सेना और पुलिस में सेवा दे रहीं भारतीय मूल की महिलाओं की शहादत चरमपंथियों से लड़ते हुए हुई। कहा जा रहा है कि हमास के खिलाफ इस जंग में पहली बार भारतीय शहादत की पुष्टि हुई है।