कोटा की रहने वाली युवती पूजा और उसके पति ने नितिन फौजी की जयपुर में रुकने के लिए व्यवस्था की थी। हथियार भी उपलब्ध करवाए थे। साथ ही, उसे कुछ लोगों से भी मिलवाया था। पूजा जयपुर में एयर होस्टेस की ट्रेनिंग कर रही है। जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया-वीरेंद्र चारण की जानकारी मिलने पर जगतपुरा टीम भेजी थी। एडिशनल डीसीपी की मॉनिटरिंग में टीम ने जब एक फ्लैट पर दबिश दी। वहां पर पुलिस को पूजा मिली थी। पूजा से जब नितिन के बारे में पूछताछ की तो उसने बताया कि नितिन यहां पर रुका हुआ था। यही नहीं, नितिन फौजी के साथ पूजा ने कई दिनों तक फ्लैट शेयर किया। पूजा को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की जा रही है।
कोटा के हिस्ट्रीशीटर की पत्नी, पांचवीं गिरफ्तारी
जोसफ ने बताया- पूजा कोटा के हिस्ट्रीशीटर महेंद्र उर्फ समीर की पत्नी है। महेंद्र और पूजा ने रुकने के साथ हथियार भी शूटर्स को उपलब्ध करवाए थे। महेंद्र ने दोनों शूटर्स को अपनी गाड़ी से अजमेर रोड़ पर 50-50 हजार रुपए और आधुनिक हथियार देकर गोगामेड़ी की हत्या के लिए छोड़ा था। महेंद्र अभी फरार है। मामले में पूजा पांचवीं गिरफ्तारी है। सबसे पहले जयपुर से रामवीर को शूटर की मदद करने के लिए गिरफ्तार किया गया। इसके बाद दोनों शूटर्स नितिन फौजी और रोहित राठौड़ को चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया। दोनों शूटर के साथ मदद करने वाले उधम सिंह को भी गिरफ्तार किया गया था।
फरार होने के लिए शूटर ने खरीदी थी बाइक
वहीं, दूसरे शूटर रोहित राठौड़ ने फरारी के लिए 20 हजार डाउन पेमेंट देकर अपने ही नाम पर एक बाइक खरीदी थी। इस बाइक को गोगामेड़ी के घर के पास एक निर्माणाधीन मकान के पास फरारी के लिए पार्क किया था। ये बाइक हत्या के बाद भागने के लिए काम आनी थी। निर्माण कार्य को देखकर मौके पर मौजूद मजदूरों ने बाइक को दूसरी जगह खड़ा कर दिया था। गोगामेड़ी की हत्या करने के बाद शूटर्स को जगह पर बाइक नहीं मिली। इसलिए सड़क पर जा रही स्कूटी को रोककर चालक को गोली मार दी। फिर मौके से फरार हो गए।
दोनों शूटर चंडीगढ़ से पकड़े गए
बता दें की मामले में दोनों शूटर नितिन फौजी और रोहित राठौड़ पुलिस की गिरफ्त में हैं। दोनों शूटर्स को पुलिस ने शनिवार देर रात चंडीगढ़ से पकड़ा था। राजस्थान पुलिस को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के साथ जॉइंट ऑपरेशन में यह कामयाबी मिली थी। नितिन फौजी को पुलिस सुबह 9 बजे जयपुर लेकर पहुंची। दूसरे शूटर रोहित राठौड़ को दोपहर 2ः30 बजे जयपुर लेकर आई।
करणी सेना के अध्यक्ष को घर में घुसकर गोलियां मारी थीं
5 दिसंबर को दोपहर करीब 1ः03 बजे 2 बदमाशों ने गोगामेड़ी पर गोलियां चलाईं, फिर भाग निकले थे। गोगामेड़ी को मेट्रो मास हॉस्पिटल ले जाया गया था, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। गोगामेड़ी के साथ घटना के दौरान मौजूद गार्ड अजीत सिंह गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए थे। बदमाशों की फायरिंग में नवीन शेखावत की भी मौत हो गई थी। नवीन ही बदमाशों को गोगामेड़ी के घर ले गया था।
गोगामेड़ी कौन थे
सुखदेव सिंह गोगामेड़ी राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। इससे पहले लंबे समय तक राष्ट्रीय करणी सेना से जुड़े रहे थे। विवाद के बाद राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के नाम से अलग संगठन बना लिया था।
करणी सेना से अलग होकर बना था संगठन
साल 2006 में सबसे पहले करणी सेना बनी थी। बाद में लोकेंद्र सिंह कालवी ने अलग संगठन राजपूत करणी सेना बनाया था। साल 2012 में सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को श्री राजपूत करणी सेना का प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया था, लेकिन बाद में कालवी और गोगामेड़ी में विवाद हो गया था। सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने 2017 में राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के नाम से अलग संगठन बना लिया था। श्री राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना है। वहीं, सुखदेव सिंह राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना नाम का संगठन संभाल रहे थे।