सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड पर एक बड़ा अपडेट आया है। श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या पर गृह मंत्रालय ने बड़ा कदम उठाया है। गृह मंत्रालय ने सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या की जांच एनआईए को सौंप दी है।
मंगलवार को गृह मंत्रालय के इस आदेश के बाद एनआईए ने केस दर्ज कर आगे का काम शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि जांच के लिए एनआईए की टीम जल्द ही जयपुर आएगी। इससे पूर्व सोमवार को सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड में गिरफ्तार आरोपियों की रिमांड अवधि पूरी होने पर कड़ी सुरक्षा में एनआईए कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने सभी आरोपियों को जेल भेज दिया। कमिश्नरेट पुलिस छप्। की जांच में मदद कर रही है।
सबसे पहले कमिश्नरेट पुलिस ने रामवीर को किया गिरफ्तार
सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड में कमिश्नरेट पुलिस ने सबसे पहले रामवीर को गिरफ्तार किया था। रामवीर ने ही हत्या के बाद शूटर रोहित राठौड़ व नितिन फौजी को अजमेर रोड पर डीडवाना की बस में बैठाकर रवाना किया था। चंडीगढ़ से रोहित व नितिन को उनके साथी उधम सिंह सैन के साथ पकड़ा था। शूटर्स से पूछताछ के बाद गुरुग्राम जेल में बंद भवानी सिंह उर्फ रोनी राजपूत, राहुल यादव व सुमित यादव को प्रॉडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया था।
तीन आरोपी पुलिस की गिरफ्त से दूर
मामले में वांछित गैंगस्टर रोहित गोदारा विदेश में है और विरेन्द्र चारण के नेपाल या फिर दुबई पहुंचने की आशंका जताई जा रही है। वहीं, हथियार सप्लायर हिस्ट्रीशीटर महेन्द्र कुमार वारदात के बाद मोबाइल घर पर छोड़कर भाग गया था। तीनों आरोपियों की अब एनआईए तलाश कर रही है। गैंगस्टर रोहित गोदारा, विरेन्द्र चारण व महेन्द्र कुमार अभी पकड़ से दूर हैं।