भारत में देवी अहिल्याबाई के कार्यों और उनके व्यक्तित्व से जो परिचित नहीं हैं, वो शायद इस धरती पर जन्मा ही नहीं है। देश की यह महान हस्ती इन्दौर शासक रहीं हैं। उनके व्यक्तित्व ने सम्पूर्ण भारत को प्रभावित किया था। कल, शुक्रवार यानी 31 मई को उनकी 299वीं जन्म जयंती है। इसी दिन से लोकमाता अहिल्याबाई होलकर त्रिशताब्दी समारोह पूरे देश में मनाया जाएगा।
इस समारोह के लिए “लोकमाता अहिल्याबाई होलकर त्रिशताब्दी समारोह समिति” का गठन किया गया है। आयोजन समिति की अध्यक्षता का दायित्व प्रोफेसर चन्द्रकला पड़िया निर्वहन करेंगी। समाजसेवी एवं होलकर राजवंश के उदयसिंह राजे होलकर समिति के कार्याध्यक्ष के रूप में कार्य करेंगे। प्रसिद्ध नृत्यांगना पद्मविभूषण सोनल मानसिंह एवं पद्मभूषण सुमित्रा महाजन समिति की संरक्षक हैं। समिति के सदस्यों में देश की कई गणमान्य विभूतियाँ सम्मिलित हैं।
समिति की सचिव डॉ. माला ठाकुर ने बताया कि समिति के माध्यम से देश भर में इस वर्ष लोकमाता अहिल्याबाई पर केन्द्रित अनेक आयोजन किये जाएंगे। इंदौर तथा महेश्वर लोकमाता अहिल्याबाई का कार्यक्षेत्र रहा है। यही वजह कि 31 मई को इंदौर में उद्घाटन कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। कार्यक्रम में अहिल्याबाई के जीवन की विशेषताओं पर आधारित मंचीय कार्यक्रम में शास्त्रीय गायक पंडित जसराज के शिष्य गौतम काले अपनी प्रस्तुति देंगे। मुख्य वक्तव्य पद्मश्री निवेदिता भिड़े का रहेगा।
इस अवसर पर चिन्मयी मुले की पुस्तक “लोकमाता अहिल्याबाई होलकर – द क्वीन ऑफ़ इंडोमिटेबल स्पीरिट” का विमोचन भी किया जाएगा. कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी उपस्थित रहेंगे।