भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के निवास पर मंगलवार को एक महत्वपूर्ण बैठक हुई जिसमें वरिष्ठ मंत्रियों के साथ उन्होंने इस 18वीं लोकसभा के पहले सत्र के लिए सदम की रणनीति पर गहन चर्चा की। इसी सत्र राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का अभिभाषण होगा। इसमें वे अगले पांच साल के लिए नवगठित एनडीए सरकार का दृष्टिकोण प्रस्तुत करेंगी। इसके अलावा सबसे महत्वपूर्ण बात यह कि इसी सत्र में लोकसभा के स्पीकर का चुनाव भी होगा जिस पर सभी की निगाहें लगी हैं कि स्पीकर भाजपा से होगा तो कौन होगा. क्या भाजपा के स्पीकर पर सहमति बनेगी या फिर स्पीकर किसी अन्य दल का रहेगा। रक्षा मंत्री के साथ इस बैठक में केंद्रीय मंत्री एस जयशंकर, मनोहर लाल खट्टर, भूपेंद्र यादव, पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान,अन्नपूर्णा देवी और किरण रिजिजू शामिल हुए।
ऐसा समझा जा रहा है कि निवर्तमान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ही एक बार फिर लोकसभा स्पीकर की जिम्मेदारी दी जा सकती है। लेकिन, उनके संभावित उत्तराधिकारी के रूप में भाजपा नेता राधामोहन सिंह, डी पुरंदेश्वरी और भर्तृहरि महताब के नामों की भी चर्चा हो रही है। आठ बार लोकसभा सदस्य रहे वरिष्ठ कांग्रेस नेता के. सुरेश संसदीय अनुभव के लिहाज से सबसे वरिष्ठ हैं और वह अस्थायी अध्यक्ष की भूमिका के दावेदार हैं।
उल्लेखनीय है कि एनडीए के सहयोगी दलों में जनता दल (यूनाइटेड) के राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के चिराग पासवान सहित अन्य नेता शामिल हुए। सिंह और पासवान केंद्रीय मंत्री हैं। दोनों सदनों में 28 जून को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 2-3 जुलाई को चर्चा का जवाब दे सकते हैं। समझा जाता है कि रक्षा मंत्री के आवास पर हुई बैठक में लोकसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के संभावित उम्मीदवारों पर भी चर्चा हुई। जेडीयू ने कहा है कि वह अध्यक्ष पद के लिए भाजपा उम्मीदवार का समर्थन करेगी जबकि एक अन्य महत्वपूर्ण सहयोगी तेलुगु देशम पार्टी (TDP) ने इस प्रतिष्ठित पद के लिए सर्वसम्मति से उम्मीदवार की मांग की है।