रूस-यूक्रेन युद्ध, जो पिछले ढाई साल से जारी है, अब एक नया मोड़ लेता दिख रहा है। अरबपति एलन मस्क ने हाल ही में एक वीडियो शेयर किया, जिसमें अमेरिकी अर्थशास्त्री जेफरी डी सैक्स ने रूस-यूक्रेन युद्ध की जड़ों और इसमें अमेरिका की कथित भूमिका को लेकर अपने विचार रखे। सैक्स का दावा है कि यह संघर्ष केवल रूस की आक्रामकता का परिणाम नहीं है, बल्कि अमेरिका के नेतृत्व वाले नाटो के विस्तार के कारण भी युद्ध की स्थिति उत्पन्न हुई।
वीडियो में सैक्स का दावा
वीडियो में सैक्स ने कहा कि नाटो ने 1990 में सोवियत संघ के तत्कालीन राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचेव से जर्मनी के पुनर्मिलन के बदले पूर्व में न बढ़ने का वादा किया था, जिसे बाद में तोड़ा गया। उनके अनुसार, नाटो का विस्तार 1999 में पोलैंड, हंगरी और चेक रिपब्लिक को शामिल करने के साथ शुरू हुआ, जिससे रूस के साथ तनाव बढ़ा। सैक्स का मानना है कि अमेरिका के इस विस्तारवादी कदम ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को हमले के लिए उकसाया।
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— Elon Musk (@elonmusk) November 12, 2024
ट्रंप और पुतिन की बातचीत पर सवाल
वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में राष्ट्रपति चुने जाने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने कथित तौर पर पुतिन से बात की थी और उनसे संघर्ष न बढ़ाने का अनुरोध किया था। हालांकि, क्रेमलिन ने इस रिपोर्ट का खंडन करते हुए कहा कि ऐसी कोई बातचीत नहीं हुई और इसे काल्पनिक बताया।
यह वीडियो और मस्क की ओर से इसे साझा करना दर्शाता है कि रूस-यूक्रेन युद्ध के पीछे कई पक्ष हैं, और अमेरिका की भूमिका को लेकर भी नए दृष्टिकोण सामने आ रहे हैं।