जयपुर। प्रदेश का खान व भू-विज्ञान विभाग और जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (जीएसआई) मिलकर प्रदेश में खनिज भंडारों के खोज कार्य करेंगे। इसके लिए जल्द ही दोनों के मध्य एमओयू साइन किया जाएगा।
अतिरिक्त मुख्य सचिव माइन्स एवं प्रेट्रोलियम डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश में खनिज पदार्थों का विपुल भंडार है और इनकी खोज और खनन से प्रदेश की वैश्विक पहचान, आर्थिक विकास को नई गति और राजस्व में वृद्धि और रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध होंगे।
अग्रवाल ने गुरुवार को सचिवालय में जीएसआई के अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। उन्होंने बताया कि बांसवाड़ा जिले में मैगनीज की खोज के लिए जीएसआई और खान व भू-विज्ञान विभाग के मध्य एमओयू किया जाएगा, ताकि बांसवाड़ा में मैगनीज भंडारों के खोज कार्य में तेजी लाई जा सके।
अग्रवाल ने प्रदेश में उपयोगी खनिज भंडारों के खोज कार्य को गति देने के लिए आगामी 3 साल का रोडमैप बनाने के निर्देश दिए। रोडमैप बनने से कार्य को गति मिलेगी और अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। इस दौरान जीएसआई के अतिरिक्त महानिदेशक पीवी रामनमूर्ति ने राजसमंद, भीलवाड़ा और झुंझुनूं के 8 स्थानों की खनन खोज प्रगति रिपोर्ट सौंपी और प्रजेंटेशन के माध्यम से जीएसआई की गतिविधियों की जानकारी देते हुए प्रगति से अवगत कराया।