जयपुर। राजस्थान से निर्यात को बढ़ावा देने के लिए समन्वित प्रयास किए जाएंगे। उद्योग आयुक्त अर्चना सिंह ने कहा कि प्रदेश से विदेशों में हस्तशिल्प उत्पादों, गारमेंट्स, जेम्स एवं ज्वैलरी, मसालों, एग्री उत्पादों सहित एमएसएमई इकाइयों के उत्पादों के निर्यात की विपुल संभावनाओं का पूरा लाभ प्राप्त करने के लिए अन्य प्रयासों के साथ ही लॉजिस्टिक सेवाओं का विस्तार किया जाएगा।
उद्योग विभाग द्वारा लॉजिस्टिक इज टू एक्सपोर्टर्स विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया। आयुक्त उद्योग अर्चना सिंह ने बताया कि राज्य से करीब 50 हजार करोड़ रुपए की वस्तुओं का निर्यात होता है वहीं सर्विस सेक्टर में निर्यात सेवाएं इसके अतिरिक्त है। उन्होंने बताया कि निर्यात के लिए लॉजिस्टिक सेवाओं सहित परस्पर समन्वय व समन्वित प्रयासों से निर्यात को और अधिक बढ़ावा दिया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि निर्यात को बढ़ावा देने और निर्यातकों को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य में निर्यात से जुड़ी सुविधाओं खासतौर से आईसीडी सेवाओं के विस्तार, भण्डारण सुविधाओं, कंटेनर सुविधाओं, कस्टम क्लियरेंस जैसी सुविधाओं की सहज उपलब्धता सुनिश्चित करनी होगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी संबंधित विभागों, संस्थाओं, निर्यातकों से समन्वय व संवाद कायम किया जाएगा।
राजसिको के एमडी डॉ. समित शर्मा ने बताया कि जयपुर एयरकारगों पर राजसिको द्वारा आईसीडी सेवाएं संचालित की जा रही है। इन सेवाओं को और अधिक सुधार के साथ ही विस्तारित किया जाएगा। कॉन्कोर इण्डिया के सीजीएम सुनील गुप्ता ने बताया कि आयात में कमी के चलते खाली कंटेनरों की उपलब्धता प्रभावित हो रही है। उन्होंने बताया कि कंटेनरों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रयास जारी है।