क्लीयरन्यूज डॉट लाइव विशेष साक्षात्कार
2nd ODI मैच की सीरीज में भारत, आज 29 नवंबर को ऑस्ट्रेलिया से लगातार दूसरा मैच भी हार गया। ऑस्ट्रेलिया ने इस मैच में भारत को 51 रनों से हरा दिया। इससे पहले भारत को पहले मैच में 66 रनों से हार का सामना करना पड़ा था। ऑस्ट्रेलिया ने चार विकेट पर 389 बनाए थे किंतु भारत की टीम नौ विकेट खोकर 338 रन ही बना सकी।
भारत को मिली इस करारी हार के क्या कारण रहे और आगे क्या सुधार किया जा सकता है, इस विषय पर 1983 विश्वकप की विजेता टीम के प्रमुख सदस्य रहे मदन लाल से क्लीयरन्यूज डॉट लाइव की ओर से राकेश रंजन ने बातचीत की। पेश है, इस बातचीत के प्रमुख अंश –
प्रश्न – ऑस्ट्रेलिया के साथ एक दिवसीय मैचों की श्रृंखला में लगातार दूसरी बार हारने के क्या कारण रहे ?
मदन लाल – कारण तो एक ही है कि हम अच्छा विकेट होने के बावजूद बॉलिंग नहीं कर सके। फील्डिंग भी इतनी ज्यादा अच्छी नहीं रही बाकी वैट्समैन ने रन तो बनाए ही हैं। पहले मैच में भी उन्होंने 300 से ऊपर रन बनाए और इस मैच में भी 300 रनों से ज्यादा का स्कोर किया। बॉलिंग ही हमारी कमजोर रही है क्योंकि हमारे मुख्य स्ट्राइक बॉलर विकेट नहीं निकालते हैं, हमारा जीतना काफी मुश्किल हो जाता है।
प्रश्न – हमारी बेंच स्ट्रैंथ तो काफी मजबूत कही जाती है लेकिन ऑस्ट्रेलिया में जाकर आखिर उन्हें क्या हो जाता है ?
मदन लाल – ऑस्ट्रेलिया इन ऑस्ट्रेलिया इज वेरी स्ट्रांग। लास्ट टाइम जब वो खेल रहे थे तो उनकी टीम में स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर नहीं थे। अब वो दोनों ही खेल रहे हैं तो कह सकते हैं कि ऑस्ट्रेलिया इज वेरी स्ट्रांग साइड इन दिस मूमेंट।
जैसे हम कहते थे कि हमारी बॉलिंग काफी अच्छी हो चुकी है और हमारे पेसर काफी अच्छे हैं, जसप्रीत बूमरा, मोहम्मद शमी और नवदीप सैनी जो हमारे टॉप के तीन बॉलर हैं, अगर ये उन विकेट्स पर विकेट नहीं लेते हैं तो बहुत मुश्किल होता है रनों को रोकना। और फिर, चहल भी नहीं रहा, वो भी विकेट नहीं निकाल रहा। ऐसे में मुश्किल तो आएगी ही आएगी। दिन इज द मेजर प्रॉब्लम आई थिंक।
प्रश्न – अब लाज बचाने के लिए क्या करना चाहिए, विशेषतौर पर टीम कॉम्बिनेशन के लिहाज से?
मदन लाल – देखिए लाज बचाने का एकमात्र उपाय है, आप मैच जीतें। लाज तो इसी से बचती है। टीम कॉम्बिनेशन के लिए बात करें तो जो टीम आप लेकर गए हैं, उनमें नए खिलाड़ियों को मौका देना चाहिए। शार्दुल ठाकुर को लेकर गए हैं, उसे खिलाएं, इसके अलावा अन्य बॉलर्स हैं, उन्हें भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मौका देना चाहिए ताकि आने वाले समय में हमें पता रहे कि भारत के लिए यह बॉलर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा रहेगा।
प्रश्न – रोहित शर्मा की कमी कितनी खलती है?
मदन लाल – देखिए, इतने बड़े इंटरनेशनल प्लेयर की कमी तो खलती ही है। मैं गारंटी के साथ कह सकता हूं कि सिडनी की जैसी विकेट रही है, रोहित शर्मा रन बनाता ही बनाता। यदि रोहित टीम में होता है और रन बनाता है, हमारे लिए जीतने के चांसेज ज्यादा हो जाते हैं, उसकी कमी हमने निश्चित तौर पर खलेगी ही।