देश के पीएम नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में सोमवार, 28 दिसम्बर को देश की पहली चालक रहित मेट्रो ट्रेन का उद्घाटन किया दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) के सूत्रों के मुताबिक नई दिल्ली के जनकपुरी पश्चिम मेट्रो स्टेशन से नोएडा के बॉटेनिकल गार्डन स्टेश तक मेट्रो की 37 किलोमीटर लंबी मैजेंटा लाइन पर यह सुविधा शुरू की गई है।
कहा जा रहा है कि चालक रहित मेट्रो ट्रेन के संचालन से मानवीय भूल की आशंका भी खत्म हो जाएगी। चालक रहित मेट्रो में कुछ समय तक निगरानी के लिहाज से ड्राइवर को बैठाया जाएगा, लेकिन बाद में उसे हटा लिया जाएगा। इसके अलावा पीएम मोदी ने दिल्ली मेट्रो की एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी) सेवा का भी शुभारंभ किया।
वाई-फाई की तरह काम करेगी चालक रहित मेट्रो की व्यवस्था
कहा जा रहा है कि चालक रहित मेट्रो की व्यवस्था के तहत यदि कभी दो मेट्रो एक ही ट्रैक पर आ जाएं तो एक तय दूरी पर यह स्वतः ही रुक जाएगी। कई बार मेट्रो में ब्रेक लगने पर जो झटके का अहसास है, वह चालक रहित मेट्रो में बिल्कुल नहीं होगा। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के सूत्रों ने बताया कि चालक रहित मेट्रो की यात्रा कम्युनिकेशन बेस्ड ट्रेन कंट्रोल सिग्नलिंग सिस्टम से संचालित होती है।
यह व्यवस्था वाई-फाई की भांति कार्य करती है। इसके जरिये मेट्रो को सिग्नल मिलता है और मेट्रो ट्रेन में लगे रिसीवर सिग्नल मिलने पर मेट्रो को आगे बढ़ाते हैं। डीएमआरसी के कार्यकारी निदेशक (कम्युनिकेशन) अनुज दयाल ने बताया कि मैजेंटा लाइन के बाद 57 किलोमीटर लंबी पिंक लाइन पर चालक रहित मेट्रो की शुरुआत की जाएगी।