जयपुर। राजस्थान कौशल आजीविका विकास निगम (आरएसएलडीसी) के नियमित कौशल प्रशिक्षण कार्यंक्रम के अंतर्गत सोमवार, 22 फरवरी को घाटगेट स्थित केन्द्रीय कारागार में भी कौशल कार्यंक्रम की शुरुआत की गई। आरएसएलडीसी के चेयरमैन डॉ. नीरज के पवन और जेल विभाग के डायरेक्टर जनरल राजीव दासोत ने इस कार्यक्रम की शुरुआत संयुक्त रूप से की।
आरएसएलडीसी चेयरमैन डॉ. पवन ने बताया कि केन्द्रीय कारागार में कैदियों को एंबियेंस केरल आयुर्वेंदिक क्लिनिक एंड पंचकर्मं द्वारा नेचुरोपैथी का कोर्सं कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि इससे पहले कोटा के कारागार में भी जेल कैदियों के लिए इस तरह का कोर्स संचालित किया जा चुका है। यहां पर जेल कैदियों को प्रशिक्षित करने के साथ ही गंभीर रोगों से पीडि़त बंदियों का नेचुरोपैथी द्वारा उपचार भी किया जाएगा।
डॉ. पवन ने बंदियों को संबोधित करते हुए कहा कि आरएसएलडीसी की मंशा है कि राज्य के प्रत्येक जिले के हर कारागार में बंदियों की रुचि के हिसाब से कौशल प्रशिक्षण कार्यंक्रम शुरू किए जाएं। उन्होंने बताया कि इन कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों से बंदीजन आत्मनिर्भंर बन सकेंगे एवं जेल से बाहर निकलकर बेहतर जीवन यापन कर सकेंगे।