राजस्थान कांग्रेस प्रदेश प्रभारी (Incharge) अजय माकन तीन दिन तक प्रदेश में सत्ता और संगठन की नब्ज टटोलने के बाद शुक्रवार को वापस दिल्ली लौट गए। रायशुमारी के आखिरी दिन माकन (Makan) मीडिया को कई सियासी मसलों पर स्पष्ट संकेत देकर गए। माकन ने स्वयं का उदाहरण देकर प्रदेश सरकार के मंत्रियों को इशारा कर दिया कि वह पद छोड़कर संगठन कार्य करने के लिए तैयार हो जाएं। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि प्रदेश में मौजूदा गहलोत सरकार (Gehlot Govt.) के मंत्रिमंडल से कई मंत्रियों की छुट्टी हो सकती है। उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे मंत्रियों को मंत्रिमंडल से हटाकर संगठन में जगह दी जा सकती है।
इससे पहले दो दिन तक विधायकों से वन-टू-वन संवाद करने के बाद शुक्रवार को माकन ने पीसीसी में पदाधिकारियों से चर्चा कर सत्ता और संगठन से जुड़े मसलों पर उनके सुझाव जाने। दौरे में माकन ने विधानसभा में 115 विधायकों से चर्चा की तो मुख्यमंत्री गहलोत, विधासभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी, प्रदेशाध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट से अलग से बात की।
पीसीसी में प्रदेश पदाधिकारियों के साथ ही अग्रिम संगठनों के अध्यक्षों से उनका संवाद हुआ। इस दौरान माकन ने कहा कि पदाधिकारियों ने आरएएस परीक्षा मामले में पीसीसी चीफ का समर्थन किया है और पूरी पार्टी उनके साथ खड़ी है। अजय माकन ने कहा है कि सरकार और संगठन में कैसे बेहतर समन्वय हो और 2024 में सरकार कैसे रिपीट हो इसे लेकर इन संवाद कार्यक्रमों में चर्चा की गई है।
माना जा रहा है कि माकन के इस मंथन के जल्द ही प्रदेश की राजनीति में बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे। चर्चा के दौरा पीसीसी उपाध्यक्ष व पूर्व मंत्री राजेन्द्र चौधरी ने माकन से कहा कि स्वायत्त शासन विभाग बीजेपी नेताओं को नियुक्तियां दे रहा है इस पर माकन ने कांग्रेस अध्यक्ष डोटासरा से इस मामले में पूरी रिपोर्ट तलब
दिल्ली जाने से पहले माकन एक बार फिर सीएमआर पहुंचे ओर सरकार व संगठनात्मक मुद्दों पर मुख्यमंत्री से अंतिम दौर की चर्चा की। सरकार व संगठन के संबंध में मंत्रियों, विधायकों व पदाधिकारियों से फीडबैक की रिपोर्ट माकन अब कांग्रेस हाईकमान को सौपेंगे। जिसके बाद जल्द ही प्रदेश सरकार में बदलाव व संगठन में विस्तार होगा।