राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा ने मंगलवार, 3 अगस्त को अपने राजकीय आवास से अर्ली कैंसर डिटेक्शन (प्रिवेंटिव ऑन्कोलॉजी मोबाइल) वैन का शुभारंभ किया। स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट को उपलब्ध करवाई गई इस वैन कैंसर से संबंधित महत्वपूर्ण जांचें मौके पर ही की जा सकेंगी। लगभग 1.25 करोड़ लागत की यह वैन राजस्थान राज्य विद्युत प्रसारण लिमिटेड के सीएसआर ( Corporate Social Responsibility Fund) फंड से प्राप्त हुई है।
डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि कैंसर का अर्ली डिटेक्शन (जल्द पहचान) नहीं होना भी कैंसर रोगियों की बढ़ती संख्या की प्रमुख वजह है। उन्होंने कहा लक्षणों को जल्द पहचानने में यह वैन खासी कारगर होगी। जयपुर के स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट से ऑनलाइन जुड़ी यह वैन प्रदेश के सुदूर गांवों में जाकर मरीजों की जांच करेगी और रिपोर्ट भी उसी समय उपलब्ध कराएगी। उन्होंने कहा कि देश में महिलाओं में स्तन एवं सर्वाइकल कैंसर और पुरुषों में सिर एवं फेफड़ों के कैंसर आम हैं। अर्ली डिटेक्शन से 90 प्रतिशत से अधिक कैंसर रोगियों का पूर्ण उपचार संभव है।
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि इस वैन में मेमोग्राफी मशीन, डिजिटल एक्स-रे, कोलपोस्कॉपी, पैप स्मियर तथा सिर और गर्दन के परीक्षण के लिए वीडियो एन्डोस्कॉपी की सुविधाएं उपलब्ध होंगी। उन्होंने बताया कि राजस्थान में अब तक कोई प्रिवेंटिव ऑनकोलॉजी यूनिट नहीं थी। इस वैन से टेली कंसल्टेंसी सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही जनता के स्वास्थ्य पर रिसर्च डाटा उपलब्ध हो सकेगा।
इस अवसर पर प्रमुख शासन सचिव नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन विभाग कुंजीलाल मीणा, चिकित्सा शिक्षा सचिव वैभव गालरिया, एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुधीर भण्डारी, एसएमएस के अधीक्षक डॉ. राजेश शर्मा, वरिष्ठ कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. आरजी शर्मा, डॉ. संदीप जसूजा एवं डॉ. सुरेश सिंह सहित अन्य वरिष्ठ चिकित्साधिकारी उपस्थित थे।