प्रतियोगी परीक्षाओं में धांधलियों का दौर रुकने का नाम नहीं ले रहा है। रीट परीक्षा (reet exam ) के दौरान पेपर आउट करने, एवजी अभ्यर्थी से परीक्षा दिलवाने, नकल करने के नए-नए तरीके सामने आए थे। अब यही सब कुछ दोहराया गया पटवारी भर्ती परीक्षा (patwari exam) में। शनिवार को प्रदेशभर में आयोजित पटवारी भर्ती परीक्षा में पुलिस ने जयपुर, डूंगरपुर और बीकानेर में डमी अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया(arrested), वहीं जोधपुर (jodhpur) में डमी पेपर बेच रहे गिरोह का खुलासा हुआ।
जयपुर पुलिस ने विनोद कुमार मीणा नाम के डमी अभ्यर्थी को गिरफ्तार किया। इस अभ्यर्थी के पास से ब्लूटूथ डिवाइस भी बरामद किया गया है। वहीं डूंगरपुर में रोयटा पाली निवासी डमी अभ्यर्थी अशोक विश्नोई को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उसके पास से फर्जी आधार कार्ड और प्रवेश पत्र बरामद किया। अशोक शनिवार सुबह बोरी स्थित गुरुकुल परीक्षा केंद्र पर बांसवाड़ा निवासी भरत सिंह की जगह परीक्षा देने आया था।
बीकानेर पुलिस ने नकल गिरोह में शामिल उम्मेदाराम और राजाराम विश्नोई को गिरफ्तार किया है। इनके पास से बड़ी मात्रा में नकल कराने वाले उपकरण 21 डिवाइस सिम, बैटरी, चार मक्खी, चिमटी, 32 मोबाइल फोन बरामद किए गए। इनके द्वारा 32 लोगों को नकल कराए जाने की योजना थी। भरतपुर पुलिस ने 10 ऐसे परीक्षार्थियों को गिरफ्तार किया, जिनके पास फर्जी पेपर था। बारां में भी एक डमी अभ्यर्थी को गिरफ्तार किया गया।
जोधपुर की चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थाना पुलिस ने मुखबिर से मिली सूचना के बाद पटवारी परीक्षा के पेपर दिलवाने के नाम पर लोगों से मोटी रकम वसूलकर पेपर उपलब्ध कराने वाले गिरोह को पकड़ा है। पुलिस ने सूचना के बाद पाल बालाजी मंदिर के सामने स्थित कॉम्पलेक्स में छापा मारा और पटवारी परीक्षा संबंधी सामग्री व दो लाख रुपए की नकदी बरामद की। इस कॉम्पलेक्स से पुलिस ने कानासर निवासी ओमप्रकाश विश्नोई, डडू निवासी मनीष विश्नोई, चौहटन निवासी जगदीश विश्नोई, ओसियां निवासी गंगाराम जाट व सुनील कुमार विश्नोई को गिरफ्तार किया। इन लोगों से पूछताछ में सामने आया कि ये फर्जी पेपर बनाकर बेच रहे थे और एवज में मोटी रकम वसूली जा रही थी।