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अडानी ग्रुप को झटका: अमेरिकी कोर्ट के वारंट के बाद शेयरों में भारी गिरावट

नयी दिल्ली। बीते गुरुवार का दिन अडानी ग्रुप के लिए बेहद कठिन साबित हुआ। गौतम अडानी और उनके भतीजे समेत आठ लोगों पर रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के आरोपों के चलते अमेरिकी अदालत ने अरेस्ट वारंट जारी किया। इसका असर सीधे अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों पर पड़ा, जहां भारी गिरावट दर्ज की गई।
शेयर बाजार में ऐतिहासिक गिरावट
गुरुवार को अडानी ग्रुप के शेयरों में बड़ी गिरावट देखने को मिली। तीन प्रमुख कंपनियों के शेयर 20% तक गिर गए, जिससे ग्रुप का कुल मार्केट कैप करीब 2 लाख करोड़ रुपये घटकर 12.3 लाख करोड़ रुपये रह गया। यह गिरावट हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप के लिए सबसे खराब कारोबारी दिन साबित हुई।
• अडानी इंटरप्राइजेज: 20% गिरावट के साथ 2,256.20 रुपये पर पहुंचा।
• अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस: 20% का लोअर सर्किट लगा।
• अडानी पोर्ट्स: इसी प्रकार 20% की गिरावट।
गौतम अडानी की संपत्ति में कमी
इस गिरावट के कारण गौतम अडानी की व्यक्तिगत संपत्ति पर भी असर पड़ा। फोर्ब्स रियल-टाइम बिलेनियर लिस्ट के मुताबिक, उनकी कुल संपत्ति में 10.5 बिलियन डॉलर की कमी आई, जिससे उनकी नेटवर्थ घटकर 59.3 बिलियन डॉलर रह गई।
क्या हैं आरोप?
अमेरिकी अभियोजकों ने आरोप लगाया है कि अडानी ग्रुप ने सोलर एनर्जी के कॉन्ट्रैक्ट प्राप्त करने के लिए भारतीय सरकारी अधिकारियों को 265 मिलियन डॉलर की रिश्वत दी। इस मामले में गौतम अडानी और उनके भतीजे सागर अडानी के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया गया है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार पर प्रभाव
अडानी बुल जीक्यूजी के शेयर ऑस्ट्रेलिया में भी 26% गिर गए। जीक्यूजी ने कहा कि वह आरोपों पर नजर रखे हुए है और पोर्टफोलियो के लिए उचित कदम उठाने पर विचार कर रहा है।
मूडीज का बयान
मूडीज रेटिंग्स ने इन घटनाओं को क्रेडिट नेगेटिव करार दिया। उनका कहना है कि रिश्वतखोरी के इन आरोपों से अडानी ग्रुप की कंपनियों की क्रेडिट रेटिंग पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
अडानी ग्रुप के लिए चुनौतियां बढ़ीं
अडानी ग्रुप पर लगे आरोप और शेयर बाजार की यह गिरावट उसके लिए गंभीर संकट का संकेत है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विश्वास बहाली और कानूनी मामलों से निपटना अब ग्रुप के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गया है।

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