नयी दिल्ली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की उच्च स्तरीय महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस बैठक में राजस्थान कांग्रेस में दोफाड़ की ओर बढ़ रहे मतभेदों को समाप्त करने के जोरदार प्रयास किये गये। बैठक के बाद राजस्थान कांग्रेस में बढ़ रही सचिन पायलट और सीएम गहलोत के बीच तनातनी को खत्म कर चुनावी तैयारियों में जुटने के संकेत दिये गये हैं।
आज गुरुवार 6 जुलाई को हुई इस बैठक में भाग लेने के बाद सचिन पायलट ने कहा कि सारे मतभेद सुलझा लिये गये हैं। सारे कांग्रेसी नेता मिल-जुलकर राजस्थान में एक बार फिर कांग्रेस की सरकार बनाने के लिए प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि जो मुद्दे वो उठाते रहे हैं, उन्हें मान लिया गया है।
मीडिया से रूबरू होते हुए केसी वेणुगोपाल ने कहा कि राजस्थान में सरकार बहुत अच्छा काम कर रही है। गहलोत सरकार की योजनाओं की सभी नेताओं ने तारीफ की है और प्रदेश की जनता बहुत खुश है। अभी राजस्थान में किसी तरह की सत्ता विरोधी लहर नहीं है। केसी वेणुगोपाल ने कहा कि राजस्थान में पूरी कांग्रेस एकजुट होकर चुनाव लड़ेगी। राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी पार्टी के प्रचार प्रसार के लिए राजस्थान के दौरे पर रहेंगे। उन्होंने दावा किया कि पार्टी के नेताओं में कोई आपसी विवाद नहीं है। सभी ने एकजुट होकर चुनाव लड़ने और कांग्रेस की जीत सुनिश्चित करने का दावा किया है।
केसी वेणुगोपाल ने स्पष्ट किया कि आगामी विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस राजस्थान में सितंबर 2023 के पहले सप्ताह में ही प्रत्याशियों की सूची जारी कर देगी। पार्टी उसी रणनीति के तहत काम करेगी जिस तरह कर्नाटक में रणनीति अपनायी गयी थी। कर्नाटक में भी दो महीने पहले ही पार्टी के प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी गई थी। उसी तरह राजस्थान में भी 2 महीने पहले ही प्रत्याशियों के नाम तय कर दिए जाएंगे। बैठक के बाद मीडिया से रूबरू होते हुए पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि टिकट का निर्णय सर्वे रिपोर्ट के आधार पर किया जाएगा। पार्टी की ओर से कुछ सर्वे करवाए गए हैं और कुछ सर्वे अभी और करवाये जा रहे हैं। जिताऊ प्रत्याशियों को ही टिकट दिए जाएंगे