जयपुर। बसंत पंचमी (16 फरवरी) को प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे गुट की ओर से बड़े आयोजन के माध्यम से शक्ति प्रदर्शन किया जा सकता है। इसी के मद्देनजर आनन-फानन में राजस्थान प्रदेश भाजपा कार्यकारिणी की घोषणा की गई है। कार्यकारिणी की घोषणा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनियां ने शनिवार, 30 जनवरी को की जिसमें 93 सदस्य बनाए गए हैं, वहीं 50 विशेष आमंत्रित सदस्यों को रखा गया है।
हाशिये पर चल रहे राजे गुट ने नए साल में अपनी ताकत दिखाना शुरू किया है। सूत्र बता रहे हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सोशल मीडिया पर पूरी तरह से एक्टिव हो चुकी है और लगातार प्रदेश सरकार को भी घेरने में लगी है। सूत्रों का कहना है कि राजे इन दिनों दिल्ली में है और उनके पीछे से कार्यकारिणी की घोषणा की गई है इसलिए इसे आनन-फानन में की गई कार्रवाई बताया जा रहा है।
प्रदेश भाजपा के सूत्रों के मुताबिक प्रदेश भाजपा में चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम से राजे काफी व्यथित हैं और इसी को लेकर उनका दिल्ली दौरा बताया जा रहा है। प्रदेश भाजपा में चल रही गुटबाजी और भाजपा की खराब हालत को लेकर राजे केंद्रीय नेतृत्व से चर्चा कर सकती हैं। दिल्ली में राजे द्वारा अपनी ताकत इस्तेमाल करने की आशंका है, ऐसे में प्रदेश नेतृत्व की ओर से केंद्रीय नेतृत्व को यह दर्शाने के लिए कार्यसमिति की घोषणा की गई है कि राजस्थान में सबकुछ ठीक-ठाक चल रहा है।
इन पर भी उठ रहे सवाल
सूत्रों का कहना है कि प्रदेश कार्यसमिति में संगठन में प्रमुख पदों पर रह चुके लोगों को विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया जाता है लेकिन कई वरिष्ठ लोगों को भी कार्य समिति में सदस्य बनाया गया है। वहीं राजे गुट को भी उचित प्रतिनिधित्व नहीं दिया गया है बल्कि दिखावे के लिए उस गुट में से कुछ लोगों को कार्यसमिति में शामिल किया गया है।
झालावाड़ को मिला सबसे नीचे स्थान
कार्यसमिति की ओर से जारी सूची में झालावाड़ जिले का नाम सबसे नीचे आने पर भी राजनीतिक विश्लेषकों कान खड़े हो गए हैं। कहा जा रहा है कि राजे खेमे को कमतर दिखाने के लिए ही झालावाड़ का नाम सबसे नीचे लिखा गया है। वहीं सभी जिलों में विशेष आमंत्रित सदस्य बनाए गए हैं। विशेष आमंत्रित सदस्यों में विधायकों, सांसदों, पूर्व मंत्रियों, राज्यसभा सदस्यों को रखा जाता है। झालावाड़ से राजे के पुत्र दुष्यंत सिंह सांसद हैं, ऐसे में उन्हें विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया जाना चाहिए था लेकिन उन्हें कार्यसमिति से दूर रखा गया है।