पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने शपथ की शुरुआत प्रणाम पूर्णिया, प्रणाम बिहार, सलाम बिहार, जौहार बिहार के साथ की। इसके बाद उन्होंने मैथिली भाषा में शपथ ग्रहण की। शपथ लेने के बाद पप्पू यादव बोलने लगे।
बिहार की पूर्णिया सीट से निर्दलीय जीत हासिल कर सांसद बने पप्पू यादव ने मंगलवार को संसद में शपथ ग्रहण की। हालांकि उनकी शपथ के दौरान कुछ ऐसा वाक्या घटित हुआ, जोकि बहुत अलग था। आम तौर पर सांसदों के शपथ ग्रहण के दौरान ऐसा कुछ देखने को नहीं मिलता।
शपथ लेने के बाद जब अंत में जब उन्होंने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा और अन्य कुछ बातों को कहा तो वहां सदन में बैठे सांसदों ने इस आपत्ति जताई। इसको लेकर पप्पू यादव उनसे नाराजगी भरे लहजे में ही भिड़ गए और प्रोटेम स्पीकर के आसन के पास से ही न जाने क्या-क्या कह गए।
दरअसल, पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने शपथ की शुरुआत प्रणाम पूर्णिया, प्रणाम बिहार, सलाम बिहार, जौहार बिहार के साथ की। इसके बाद उन्होंने मैथिली भाषा में शपथ ग्रहण की। शपथ लेने के बाद पप्पू यादव बोलने लगे। ‘बहुत बहुत धन्यवाद के साथ रीनेट बिहार, विशेष राज्य का दर्जा, सीमांचल जिंदाबाद, मानवतावाद जिंदाबाद, भीम जिंदाबाद, संविधान जिंदाबाद’। शपथ के दौरान बिहार को विशेष राज्य का दर्जा कहने के तुरंत बाद अन्य सांसदगणों ने इस पर आपत्ति जाहिर की। खुद प्रोटेम स्पीकर भृतहरि महताब भी उन्हें बार बार कहते दिखे तो आप समापन करें।
उनके कथन का विरोध कर रहे सांसदों को पप्पू यादव ने स्पीकर के आसन के पास खड़े होकर न जाने क्या-क्या कह दिया। उन्होंने कहा, मैं जानता हूं। आपसे ज्यादा न छठा बार सांसद हूं। आप हमको सिखाइयेगा। और आप कृपा पर जीते हैं। मैं अकेला लड़ता हूं। चौथी बार निर्दलीय चुना गया हूं तो मुझे न बताएं। पप्पू यादव के इस व्यवहार पर सभी अवाक रह गए। हालांकि स्पीकर के कहने पर वे फिर पुस्तिका में हस्ताक्षर करने के लिए नीचे उतर गए और अपनी सीट पर जाकर बैठे।