भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनियां हार से व्यथित हो गए हैं। उन्होंने खुद को राजनीति और आमेर विधानसभा क्षेत्र से दूर कर लिया और लिखा है कि एक लंबे अरसे से पार्टी संगठन को पूरा समय देने के कारण पारिवारिक कामों से दूर रहा हूं, अतः अब मैं कुछ समय अपने पारिवारिक कामों को पूरा करने में लगाऊंगा, ईश्वर मुझे शक्ति दे।
पूनियां को कांग्रेस के प्रशांत शर्मा ने हराया है। इसके बाद से पूनियां व्यथित थे। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा, ‘राम राम सा। लोकतंत्र में जनता जनार्दन होती है, मैं आमेर की जनता के निर्णय को स्वीकार करता हूं और कांग्रेस के विजयी प्रत्याशी प्रशान्त शर्मा को बधाई देता हूं, आशा करता हूं कि वो आमेर के विकास को यथावत गति देते रहेंगे और जन भावनाओं का सम्मान करेंगे। उन्होंने कहा कि आमेर से मेरा रिश्ता दस बरसों से है, 2013 में पार्टी के निर्देश पर चुनाव लड़ने आया था, चुनाव में मात्र 329 वोटों की हार हुई लेकिन भाजपा की सरकार के दौरान हमने यहां विकास को मुद्दा बनाकर काम किया, हालांकि लोग कहते हैं कि यहां बड़ी बड़ी जातियों का बाहुल्य है और जातियों के इस जंजाल में जाति से ऊपर उठकर कोई विकास की सोचे, थोड़ा मुश्किल है। 2013-2018 में हमने कोशिश की, थोड़ा सफल हुए, विकास कार्यों से लेकर कोरोना के दौरान सेवाकार्यों से लोगों में भरोसा पैदा करने की कोशिश की थी, लेकिन शायद लोगों को समझाने में हम विफल रहे।’
हार से लगा आघात
उन्होंने कहा कि माना कि चुनाव में हार-जीत एक सिक्के के दो पहलू हैं, लेकिन आमेर की यह हार मेरे लिए सोचने पर मजबूर करने वाली है, एक आघात जैसी है। हमने सपने देखे थे कि आमेर इस बार रिवाज बदलेगा और हम मिलकर सरकार के माध्यम से कार्यकर्ताओं का सम्मान और जनता का बेहतरीन काम करके इसे आदर्श विधानसभा क्षेत्र बनाएंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। यह समय मेरे लिए कठिन परीक्षा की घड़ी जैसा है।
आमेर के लिए पार्टी योग्य व्यक्ति को चुने
उन्होंने कहा कि परिस्थितियों और मनोवैज्ञानिक रूप से मैं यह निर्णय करने के लिए मजबूर हूं कि मैं अब भविष्य में आमेर क्षेत्र के लोगों और कार्यकर्ताओं को सेवा और समय नहीं दे पाऊंगा, पार्टी नेतृत्व को भी मैं अपने निर्णय से अवगत करवाकर आग्रह करूंगा कि यहां कि समस्याओं के समाधान के लिए योग्य व्यक्तियों की नियुक्ति करें। साथ ही, एक लंबे अरसे से पार्टी संगठन को पूरा समय देने के कारण पारिवारिक कामों से दूर रहा हूं, अतः अब मैं कुछ समय अपने पारिवारिक कामों को पूरा करने में लगाऊँगा, ईश्वर मुझे शक्ति दे।